बंद पड़े स्कूल भवनों में चलेंगे आंगनबाड़ी केंद्र
प्रदेश में बंद हो चुके सरकारी स्कूलों के भवनों में आंगनबाड़ी केंद्र खोले जाएंगे। ऐसे तकरीबन 500 स्कूल भवन हैं।
राज्य ब्यूरो, देहरादून
प्रदेश में बंद हो चुके सरकारी स्कूलों के भवनों में आंगनबाड़ी केंद्र खोले जाएंगे। ऐसे तकरीबन 500 स्कूल भवन हैं। इस संबंध में शिक्षा महकमे की ओर से कैबिनेट में प्रस्ताव रखा जाएगा। इसके साथ ही प्रारंभिक स्तर पर शिक्षा के आधुनिकीकरण का प्रस्ताव भी कैबिनेट में पेश होगा।
प्रदेश सरकार आंगनबाड़ी केंद्रों को भवन मुहैया कराने की घोषणा कर चुकी है। यह मुख्यमंत्री की घोषणा में भी शामिल है। इस कड़ी में विलय अथवा समायोजन के चलते बंद पड़े सरकारी प्राथमिक स्कूल भवनों का उपयोग आंगनबाड़ी केंद्रों के रूप में किए जाने पर भी विचार किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक इन स्कूल भवनों को महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग को हस्तांतरित किया जाएगा। इस संबंध में प्रस्ताव तैयार किया गया है। इस प्रस्ताव को 27 नवंबर को प्रस्तावित कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक इस संबंध में प्रक्रिया शुरू की गई है।
गौरतलब है कि सरकार ने पिछले दिनों कम छात्रसंख्या के चलते बंदी के कगार पर पहुंच चुके प्राथमिक स्कूलों को नजदीकी विद्यालयों में समायोजित करने के आदेश दिए थे। इससे राज्य में करीब 500 स्कूलों को नजदीकी स्कूलों में विलय हो चुका है। इस वजह से उक्त स्कूल भवन खाली पड़े हैं। इन भवनों का संचालन अब आंगनबाड़ी केंद्रों के रूप में किया जाएगा।