श्रमिक स्पेशल ट्रेन से 932 लोग छत्तीसगढ़ के लिए रवाना
लॉकडाउन के कारण देहरादून में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिक अपने प्रदेश के लिए रवाना हो गए हैं। शुक्रवार को देहरादून रेलवे स्टेशन से छत्तीसगढ़ रायपुर के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन को रवाना किया गया। रायपुर जाने वाली ट्रेन में कुल 932 यात्री रवाना हुए। इनमें 39 श्रमिक मसूरी से भी शामिल थे।
जागरण संवाददाता, देहरादून :
लॉकडाउन के कारण देहरादून में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिक अपने प्रदेश के लिए रवाना हो गए हैं। शुक्रवार को देहरादून रेलवे स्टेशन से छत्तीसगढ़ रायपुर के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन को रवाना किया गया। रायपुर जाने वाली ट्रेन में कुल 932 यात्री रवाना हुए। इनमें 39 श्रमिक मसूरी से भी शामिल थे।
छत्तीसगढ़ जाने वाले राजमिस्त्री राजीव कुमार ने बताया कि वह अपना सारा सामान भी साथ लेकर जा रहें हैं। नहीं तो कमरे का किराया भी देना पड़ेगा। मजदूरी करने वाले प्रहलाद ने बताया कि दो महीने से काम नहीं मिला है। जिससे वापस लौटना पड़ रहा है।
डेढ़ बजे तक ट्रेन में बैठा दिए सभी यात्री
शुक्रवार को पुलिस प्रशासन अलर्ट दिखाई दिया। देहरादून से छत्तीसगढ़ के रायपुर जाने वाली ट्रेन के यात्रियों को डेढ़ बजे तक ट्रेन के अंदर बैठा दिया गया। जिस कारण ट्रेन अपने निर्धारित समय तीन बजे गंतव्य के लिए निकल गई। पुलिस चौकी व थानों में पंजीकृत इन यात्रियों में अधिकाश श्रमिक थे। सुबह दस बजे से बन्नू स्कूल से इन्हें गाड़ियों में स्टेशन लाया गया। स्टेशन के मुख्यद्वार पर टिकट लेने से पहले ही लाइन में लगे यात्रियों को खाने पीने का सामान दिया गया। जिसके बाद टिकट लेकर यात्री सीधा ट्रेन में अपनी सीट तक पहुंचे। इसमें शारीरिक दूरी का पालन भी होता नजर आया। नोडल व मुख्य विकास अधिकारी निकिता खंडेलवाल, सीओ सिटी शेखर सुयाल, स्टेशन निदेशक गणेश ठाकुर, स्टेशन अधीक्षक एसडी डोभाल, विवेक घई, एसके अग्रवाल, एसआइ राहुल कापड़ी आदि ने व्यवस्था बनाने में जुट रहे।
आसरा ट्रस्ट ने दी भोजन किट
आसरा ट्रस्ट ने छत्तीसगढ़ वाले लोगों को निश्शुल्क भोजन किट उपलब्ध कराई। भोजन किट में एक किलो सत्तू, रस का पैकेट, किसमिस पैकेट, चार पैकेट बिस्कुट, इलेक्ट्रोल पाउडर, नमकीन, चार मास्क, एक सेनिटाइजर व एक पानी की बोतल शामिल थी।
स्टेशन पर तैनात कर्मचारियों की हुई स्क्रीनिग
स्टेशन पर तैनात कर्मचारियों व अधिकारियों की भी स्क्रीनिग की गई। बुधवार को रेलवे की टीम ने ट्रेन के लोको पायलट, सुरक्षा के लिए तैनात आरपीएफ, जीआरपी व पुलिस के जवान व रेलवे अधिकारियों की थर्मल स्क्रीनिग की।
कंपनी खुलने से कम लोग हुए रवाना
लॉकडाउन में मिली रियायत से कंपनियां खुलने से कम संख्या में ही श्रमिक घरों को रवाना हुए। देहरादून से छत्तीसगढ़ जाने वाली ट्रेन के लिए 1152 लोगों ने पंजीकरण कराया था। जिसके सापेक्ष 932 लोग ही वापस लौटे। जिन्हें रोजगार मिलने लगा वह वापस नहीं लौटे देहरादून से रायपुर के लिए टिकट का किराया 635 रुपये था। जिसे छत्तीसगढ़ सरकार ने सीधा रेलवे को भेज दिया था। जिसके चलते यात्रियों से टिकट के पैसे नहीं लिए गए।