एम्स में सिम्युलेशन प्रणाली से हुई नर्सिंग की नवाचार परीक्षा
जागरण संवाददाता ऋषिकेश कोरोना महामारी ने नर्सिंग छात्राओं के सामुदायिक स्वास्थ्य प्रशिक्षण अनुभव एवं परीक्षा में एक बड़ा व्यवधान किया है।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :
कोरोना महामारी ने नर्सिंग छात्राओं के सामुदायिक स्वास्थ्य प्रशिक्षण अनुभव एवं परीक्षा में एक बड़ा व्यवधान किया है। इस तरह की तात्कालिक दिक्कतों से दक्षता प्रशिक्षण में किसी प्रकार का कोई व्यवधान पैदा नहीं हो, इसके लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में वर्ल्ड क्लास अत्याधुनिक सिम्युलेशन सुविधाएं विकसित की गई हैं।
संस्थान के कॉलेज ऑफ नर्सिंग में छात्राओं और नागरिकों की सुरक्षा को देखते हुए बीएससी (ऑनर्स) नर्सिंग की सिम्युलेटेड सामुदायिक स्वास्थ्य प्रेक्टिकल परीक्षा का आयोजन किया गया। जिसमें कौशल प्रयोगशालाओं में कृत्रिम ग्रामीण और शहरी सेटिग्स बनाई गई एवं अभिनेताओं के असाधारण अभिनय (नर्सिंग कॉलेज की ट्यूटर नवजीत कौर, रेणु संधू, प्रियंका मल्होत्रा, मीनाक्षी शर्मा और हेमलता) ने इस शैक्षणिक गतिविधि में चार चांद लगा दिए। इस अवसर पर अपने संदेश में एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि नर्सिंग शिक्षा में सिम्युलेशन का उपयोग वर्तमान स्थिति में एक सामान्य तत्व है। किसी रोगी की देखभाल में एक नर्सिंग छात्र से यह उम्मीद की जाती है कि वह अपने ज्ञान और अभ्यास का उपयोग कौशल के रूप से करें। नर्सिंग शिक्षा में सिम्युलेशन छात्रों और रोगियों दोनों के लिए लाभप्रद सिद्ध होता है और इसका उपयोग स्वास्थ्य पेशेवरों को सुरक्षा के प्रशिक्षण के लिए होता है, जो अंतरराष्ट्रीय सिफारिशों का अनुपालन करता है।
कॉलेज ऑफ नर्सिंग के डीन प्रो. सुरेश कुमार शर्मा के अनुसार एम्स ऋषिकेश पूरे देश में इस तरह की सिम्युलेटेड सामुदायिक स्वास्थ्य नर्सिंग प्रेक्टिकल परीक्षा आयोजित करने वाला पहला संस्थान है। उन्होंने बताया कि यह परीक्षा प्रणाली अपने आप में एक नवाचार और समय की मांग है। इस सिम्युलेटेड सामुदायिक स्वास्थ्य नर्सिंग प्रेक्टिकल परीक्षा के संचालन में असिस्टेंट प्रोफेसर (नर्सिंग) डॉ. राजा राजेश्वरी की अगुवाई में नर्सिंग ट्यूटर देवनारायण, कालीस्वरी, विश्वास, शर्मीला एस. व शर्मीला जे. ने सहयोग प्रदान किया।