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उत्‍तराखंड : गोदाम से गायब हुए गेहूं व चावल के करीब 12 हजार कट्टे, अब दो एमआइ समेत तीन कार्मिकों से होगी 72 लाख की वसूली

देहरादून में ट्रांसपोर्टनगर गोदाम से गेहूं व चावल के कट्टे गायब होने के मामले में 72 लाख रुपये की वसूली होगी। यह राशि तत्कालीन दो विपणन निरीक्षकों (एमआइ) व एक विपणन सहायक से होगी। वर्ष 2018 में यह घोटाला पकड़ा गया था।

By Sunil NegiEdited By: Published: Fri, 20 May 2022 03:59 PM (IST)Updated: Fri, 20 May 2022 03:59 PM (IST)
उत्‍तराखंड : गोदाम से गायब हुए गेहूं व चावल के करीब 12 हजार कट्टे, अब दो एमआइ समेत तीन कार्मिकों से होगी 72 लाख की वसूली
ट्रांसपोर्टनगर गोदाम से गेहूं व चावल के कट्टे गायब होने के मामले में 72 लाख रुपये की वसूली होगी।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। देहरादून में ट्रांसपोर्टनगर गोदाम में गेहूं व चावल के करीब 12 हजार कट्टे गायब होने के मामले में शासन ने शेष 72 लाख की राशि की वसूली के आदेश जारी किए हैं।

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तत्कालीन दो विपणन निरीक्षकों (एमआइ) व एक विपणन सहायक से यह राशि वसूल की जाएगी। कुल 1.44 करोड़ के इस मामले में मुख्य आरोपी वरिष्ठ विपणन निरीक्षक कैलाशचंद्र पांडेय से 72 लाख की वसूली की कार्रवाई बीते वर्ष शुरू की जा चुकी है।

वर्ष 2018 में लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली के सस्ते खाद्यान्न का घोटाला पकड़ा गया था। आकस्मिक मुआयने में ट्रांसपोर्टनगर स्थित गोदाम में गेहूं व चावल के करीब 12 हजार कट्टे नहीं मिले थे। शासन ने इस पर सख्त रुख अपनाते हुए देहरादून के जिलाधिकारी को जांच के आदेश दिए थे। जिलाधिकारी की जांच रिपोर्ट शासन को 2019 में सौंपी जा चुकी हैं।

जिलाधिकारी ने इस मामले में तत्कालीन वरिष्ठ विपणन निरीक्षक (अब सेवानिवृत्त) कैलाशचंद्र पांडेय समेत सात को दोषी ठहराया था। बाद में लंबी सुनवाई के बाद एक आरोपी विपणन निरीक्षक लियाकत हुसैन को अन्यत्र संबद्ध होने के कारण बरी कर दिया गया, जबकि उपनल से कार्यरत दो कर्मचारियों को बर्खास्त किया जा चुका है।

इस जांच रिपोर्ट के आधार पर मुख्य आरोपी कैलाशचंद्र पांडेय से कुल 1.44 करोड़ की राशि में से 50 प्रतिशत यानी 72 लाख की वसूली शुरू की जा चुकी है। ग्रेच्युटी एवं सेवानिवृत्तिक देयों में से कटौती के बाद अब पेंशन से भी वसूली की जा रही है। अन्य तीन दोषी ठहराए गए कार्मिकों से शेष 50 प्रतिशत राशि की वसूली के आदेश गुरुवार को शासन ने जारी किए।

खाद्य अपर सचिव प्रताप शाह ने बताया कि शासन ने तत्कालीन विपणन निरीक्षकों अमित कुमार सिंह व इशरत अजीम से 20-20 प्रतिशत राशि वसूल करने के आदेश दिए हैं। इनसे 28.90-28.90 लाख की वसूली की जाएगी।

विपणन निरीक्षक अमित कुमार सिंह अब खाद्य विभाग छोड़कर उच्च शिक्षा में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पद तैनात बताए जा रहे हैं। वहीं विपणन निरीक्षक इशरत अजीम अब हरिद्वार जिले में भगवानपुर में तैनात हैं। विपणन सहायक दिनेश लाल से 10 प्रतिशत यानी करीब 14 लाख रुपये की वसूली की जाएगी।


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