50 कैडेट भारतीय सैन्य अकादमी की मुख्यधारा में हुए शामिल
भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) स्थित आर्मी कैडेट कॉलेज (एसीसी) के 115 वें दीक्षा समारोह में 50 कैडेट को जेएनयू की डिग्री से नवाजा गया। एसीसी में तीन साल के कड़े प्रशिक्षण और पढ़ाई के बाद ये कैडेट आइएमए की मुख्यधारा से जुड़ गए हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून: भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) स्थित आर्मी कैडेट कॉलेज (एसीसी) के 115 वें दीक्षा समारोह में 50 कैडेट को जेएनयू की डिग्री से नवाजा गया। एसीसी में तीन साल के कड़े प्रशिक्षण और पढ़ाई के बाद ये कैडेट आइएमए की मुख्यधारा से जुड़ गए हैं। अब एक साल के प्रशिक्षण के बाद ये सेना में बतौर अधिकारी शामिल हो जाएंगे। कोरोना के कारण उपजी परिस्थितियों को देखते हुए कैडेटों के स्वजन इस बार इस समारोह में शामिल नहीं हुए।
शुक्रवार को आइएमए के खेत्रपाल सभागार में आयोजित दीक्षा समारोह में कमाडेंट लेफ्टिनेंट जनरल जयवीर सिंह नेगी ने इन कैडेटों को स्नातक की उपाधि व अवॉर्ड प्रदान किए। उपाधि पाने वालों में 19 विज्ञान और 31 कैडेट कला वर्ग में स्नातक बने। कमाडेंट ने कैडेटों को याद दिलाया कि एसीसी ने देश को बड़ी संख्या में ऐसे जाबाज अफसर दिए हैं, जिन्होंने अपनी क्षमता के बलबूते कई पदक जीते। जिनमें न केवल आइएमए की प्रतिष्ठित स्वार्ड ऑफ ऑनर बल्कि असाधारण साहस व बलिदान के लिए मिलने वाले परमवीर चक्र व अशोक चक्र जैसे वीरता पदक भी शामिल हैं। आर्मी कैडेट कॉलेज के कई कैडेट सेना में उच्च पदों पर आसीन हुए हैं। उन्होंने कहा कि उपाधि पाने वाले कैडेटों की जिंदगी का यह एक अहम पड़ाव है। कहा कि उनके सामने कई चुनौतिया होंगी, मगर देश की आन, बान और शान बनाए रखने की जिम्मेदारी अब उनके हाथों में होगी। इससे पहले एसीसी के प्रधानाचार्य डॉ. नवीन कुमार ने कहा कि एसीसी कैडेटों ने कोरोनाकाल की तमाम पाबंदियों व चुनौतियों के बावजूद अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। एसीसी कमांडेंट ब्रिगेडियर वीएम चोधरी ने कैडेट्स को बधाई दी।
इन्हें मिला पुरस्कार
चीफ आफ आर्मी स्टाफ मेडल
गोल्ड : अरविंद बागोरिया
सिल्वर : शिवजीत सिंह
ब्राज : पवित्र पाल सिंह
कमांडेंट बैनर: कारगिल कंपनी
कमांडेंट सिल्वर मेडल
सíवस: अरविंद बागोरिया
ह्यूमैनिटीज : अरविंद बागोरिया
साइंस : पवित्र पाल सिंह आर्मी कैडेट कॉलेज का सफर
-आर्मी कैडेट कॉलेज (एसीसी) की नींव दि किचनर कॉलेज के रूप में वर्ष 1929 में तत्कालीन फील्ड मार्शल बिर्डवुड ने नौगाव (मध्य प्रदेश) में रखी।
-16 मई 1960 में किचनर कॉलेज आर्मी कैडेट कॉलेज के रूप में कार्य करने लगा, जिसका शुभारंभ तत्कालीन रक्षा मंत्री वीके कृष्णा व जनरल केएस थिमैया ने किया।
-यहा से कोर्स की पहला दीक्षा समारोह 10 फरवरी 1961 को हुआ।
-वर्ष 1977 में कॉलेज भारतीय सैन्य अकादमी से अटैच कर दिया गया।
-वर्ष 2006 में कॉलेज आइएमए का अभिन्न अंग बन गया।