32 दिन से चल रहा धरना आश्वासन के बाद समाप्त
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: शहर के बीच अस्थायी ट्रे¨चग ग्राउंड में डाले जा रहे कूड़े के
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: शहर के बीच अस्थायी ट्रे¨चग ग्राउंड में डाले जा रहे कूड़े के खिलाफ सर्वदलीय संघर्ष समिति का धरना 32वें दिन उप जिलाधिकारी के आश्वासन पर समाप्त हो गया। उप जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि कूड़े को शीशमबाड़ा देहरादून और हरिद्वार में शिफ्ट किया जाएगा।
हीरालाल मार्ग व हरिद्वार मार्ग के बीच विशाल भूखंड पर पिछले तीन दशक से नगर क्षेत्र का कूड़ा फेंका जा रहा है। जिसके खिलाफ एक माह पूर्व सर्वदलीय संघर्ष समिति ने पालिका के बाहर धरना शुरू किया था। 32वें दिन धरना स्थल पर उप जिलाधिकारी हरगिरी आंदोलनकारियों से वार्ता करने पहुंचे। उन्होंने वार्ता में अवगत कराया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर वह यहां आए हैं और ट्रें¨चग ग्राउंड के लिए अन्य जगह भूमि देखी जा रही है। इस पर शीघ्र काम शुरू कर देंगे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि यहां जो कूड़ा डंप हुआ है उसे शीशमबाड़ा देहरादून और ट्रे¨चग ग्राउंड हरिद्वार में शिफ्ट करने के लिए बात चल रही है। तब तक इस कूड़े के ढेर पर कीटनाशक दवाओं का नियमित छिड़काव किया जाएगा। इस प्रक्रिया में थोड़ा वक्त लगेगा। इसलिए धरना समाप्त किया जाए। संयोजक वीरेंद्र शर्मा व सह संयोजक राजकुमार अग्रवाल ने कहा कि उप जिलाधिकारी के आश्वासन पर 32वें दिन धरना स्थगित किया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को आगे से उक्त भूखंड पर कचरा फेंकने पर रोक लगानी चाहिए। यहां कूड़ा फेंकने और उस पर आग लगाने वालों के खिलाफ प्रशासन मुकदमा दर्ज कराए। इस मौके पर अधिशासी अधिकारी महेंद्र कुमार यादव, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष जयेंद्र रमोला, भगतराम कोठारी, शिव मोहन मिश्र, अनिल, मनोज शर्मा, दीपक नेगी, सतीश कुमार, वेद प्रकाश ¨ढगरा, राकेश सेमवाल, पूर्व सभासद हरीश आनंद, जयपाल जाटव, मूलचंद गोयल, जगजीत ¨सह, मदन कुमार शर्मा, शैलेश जैन, गोपाल आनंद, उमा ओबेराय, विमल रावत, पुष्पा नेगी, मधु मिश्रा, अब्दुल रहमान, भवन दास, मोहन ¨सह, सुनील प्रजापति, जयपाल प्रजापति, मोहित, अमरदीप, शीला ध्यानी, कुलदीप ¨सह, धीरेंद्र ¨सह रंगड़, मुन्नी देवी आदि मौजूद थे।
------------------
धरना स्थल के समीप एनजीटी का पुतला फूंका
सर्वदलीय संघर्ष समिति के धरने में शामिल लोगों ने धरना स्थल के समीप नेशनल ग्रीन ट्रीब्यूनल का पुतला फूंककर रोष जताया। हरिद्वार रोड़ हाइवे पर पुतला दहन के दौरान समिति से जुड़े लोगों ने कहा कि पूर्व में एनजीटी को ट्रेंचिग की समस्या के बारे में पत्र लिखा गया था। उक्त स्थान गंगा तट से दो सौ मीटर की परीधि और आबादी के बीच में है। पालिका प्रशासन भी एक ओर से एक ओर गंगा और दूसरी ओर वन क्षेत्र होने की बात करके ट्रें¨चग ग्राउंड के लिए एनजीटी के आदेशों का हवाला देता रहा है। यही कारण है कि स्थानीय लोगों को एनजीटी का पुतला फूंकना पड़ रहा है।