देहरादून में 23 स्वास्थ्य कर्मी और सेना के 17 जवान कोरोना संक्रमित
देहरादून जिले में शनिवार को 72 मामले सामने आए हैं। इनमें सेना के 17 जवान और दो चिकित्सकों समेत 23 मेडिकल कर्मचारी भी शामिल हैं।
देहरादून, जेएनएन। देहरादून जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। शनिवार को जिले में 72 मामले सामने आए हैं। इनमें सेना के 17 जवान और दो चिकित्सकों समेत 23 मेडिकल कर्मचारी भी शामिल हैं। सुद्धोवाला जेल में बंद सात बंदी भी संक्रमित पाए गए हैं। इसके अलावा 70 वर्षीय महिला की मौत भी हुई है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बीसी रमोला ने बताया कि दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती बैजरों पौड़ी निवासी महिला की शनिवार को मौत हुई है। महिला हृदय रोग से पीडि़त थी और उसे पहले मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उसकी कोरोना जांच कराई गई। जांच में कोरोना की पुष्टि होने के बाद शुक्रवार रात उसे दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया। जहां शनिवार को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके अलावा सीएमआइ अस्पताल के 22 डॉक्टर-कर्मचारी संक्रमित मिले हैं।
वहीं एक अन्य स्वास्थ्य कर्मी कैलाश अस्पताल से है। दून में एक ज्वेलर के यहां काम करने वाला व्यक्ति भी संक्रमित मिला है। वहीं, विकासनगर से भी पांच लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें भाजपा नेता का बेटा भी शामिल है। सेना के 17 जवान भी संक्रमित मिले हैं। साथ ही जिला कारागार के सात बंदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उनका कहना है कि संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों को चिह्नित किया जा रहा है। बता दें, अब तक जिले में 1391 मामले आए हैं। जिनमें 891 स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में 437 एक्टिव केस हैं, जबकि 26 मरीज राज्य से बाहर जा चुके हैं। कोरोना संक्रमित 37 लोगों की अब तक जिले में मौत भी हो चुकी है।
महिला चिकित्सकों ने खोला सीएमओ के खिलाफ मोर्चा
जिला चिकित्सालय (कोरोनेशन व गांधी अस्पताल) में तैनात कुछ महिला चिकित्सकों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीसी रमोला के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने सीएमओ पर शोषण व मानसिक उत्पीडऩ का आरोप लगाते हुए स्वास्थ्य महानिदेशालय में सांकेतिक धरना दिया। इसके बाद उन्होंने स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती से मुलाकात कर उनसे सीएमओ की शिकायत की।
उन्हें बताया कि तीन दिन पहले सीएमओ ने गांधी अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान उनकी अनुपस्थिति दर्ज कर नोटिस भेजा गया, जबकि वह ड्यूटी पर तैनात थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि सीएमओ द्वेषपूर्ण कार्रवाई कर रहे हैं। बिना वजह गांधी अस्पताल में हस्तक्षेप कर चिकित्सकों को परेशान किया जा रहा है। यदि सीएमओ उनके कार्य में इसी तरह व्यवधान कर मानसिक उत्पीड़न करते रहे तो महिला चिकित्सक पेनडाउन हड़ताल शुरू कर देंगी। स्वास्थ्य महानिदेशक से मुलाकात करने वालों में डॉ. स्वाति शर्मा, डॉ. रीना कोठियाल, डॉ. शालिनी डिमरी, डॉ. रीता भंडारी, डॉ. वंदना सुंदरियाल आदि शामिल रहीं।
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उधर, स्वास्थ्य महानिदेशक का कहना है कि महिला चिकित्सकों की बात सुनी गई है। उन्हें कहा गया है कि यदि व्यवस्थाओं से उन्हें कोई परेशानी है तो वह पहले अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को बताए। डीजी ने कहा कि महिला चिकित्सकों को सीएमओ द्वारा नोटिस दिये जाने से संबंधित प्रकरण की रिपोर्ट जिला अस्पताल से नहीं मिली है।
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