Shardiya Navratri 2020: नवरात्र के लिए द्रोणनगरी पूरी तरह से तैयार, जानिए कलश स्थापना का उत्तम मुहूर्त
शनिवार से नवरात्र शुरू होने जा रहे हैं। नवरात्र की पूजा के लिए बाजार सज चुके हैं और जनता ने खरीदारी भी शुरू कर दी है। अनलॉक-5 में मिली छूट के बाद मंदिरों में पूजा करने के लिए भक्तों को जाने की मनाही नहीं है।
देहरादून, जेएनएन। Shardiya Navratri 2020 इस बार अधिमास होने से ठीक एक माह बाद शारदीय नवरात्र 17 अक्टूबर से शुरू हो रहे हैं। अष्टमी और नवमी एक ही दिन 24 अक्टूबर को और दशहरा 25 अक्टूबर को होगा। राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज आइडीपीएल के संस्कृत प्रवक्ता आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने बताया कि श्राद्ध पक्ष के खत्म होते ही शारदीय नवरात्र शुरू हो जाता था, परंतु इस बार अधिमास के कारण ऐसा नहीं हो सका। काफी वर्ष बाद यह स्थिति आ रही है, जब अष्टमी और नवमी एक ही दिन मनाए जाएंगे। उत्तराखंड ज्योतिष रत्न डॉक्टर घिल्डियाल के अनुसार कलश स्थापना के लिए सुबह 6:23 से 9:37 तक का समय सर्वोत्तम है। इसके बाद 11:27 से 12:40 तक का समय भी उत्तम है।
नवरात्र की पूजा के लिए बाजार भी सज चुके हैं और जनता ने खरीदारी भी शुरू कर दी है। अनलॉक-5 में मिली छूट के बाद मंदिरों में पूजा करने के लिए भक्तों को जाने की मनाही नहीं है, इसलिए दुकानदारों को भी पूजा का सामान से लेकर फूल माला, मूर्ति की अच्छी बिक्री की उम्मीद है।
नवरात्र पूजा के लिए गुरुवार को हनुमान चौक, धमावाला, पलटन बाजार समेत अन्य बाजारों में खरीदारी के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। हालांकि, पिछले वर्षों के मुकाबले अब भी खरीदारी करने वालों की संख्या कम है। लेकिन लंबे समय से व्यापार में आई गिरावट के बाद अनलॉक-5 में व्यापार को गति मिलने से पूजा का सामान बेचने वाले एवं अन्य व्यापारियों के चेहरे की मुस्कान जरूर लौटने लगी है।
बता दें कि, इस महीने नवरात्र, दशहरा के साथ ही विवाह का सीजन भी हैं, जबकि नवंबर में करवा चौथ, दीपावली, धनतेरस आदि बड़े त्योहार आ रहे हैं। सभी त्योहारों के लिए दुकानदार भी तैयारी कर चुके। झंडा बाजार से हनुमान चौक तक पूजा की दुकानें सज चुकी हैं। दुकानदारों के पास बीते नवरात्र का सामान भी बचा है, लेकिन ग्राहकों की मांग को ध्यान में रखते हुए दिल्ली से नया सामान मंगवाया जा रहा है।
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बाजार में मां दुर्गा की प्रतिमा और चित्र इस बार दुकानदारों ने दिल्ली व गाजियाबाद से मंगवाए हैं। हर साल दुर्गा पूजा के साथ ही नवरात्र में दुर्गा की छोटी मूर्तियां पहले कोलकाता से ही मंगवाई जाती थीं, लेकिन इस बार कोरोना के चलते मूर्तियां नहीं आई। हनुमान चौक में पूजा का सामान बेचने वाले अमित जैन ने कहा कि लंबे समय बाद बाजार की रौनक लौटनी शुरू हुई है। अब लगातार त्योहार का सीजन है ऐसे में अच्छा कारोबार होने की उम्मीद है।