मुख्यमंत्री ने सुनी समस्याएं, दो मंत्री भी पहुंचे विधानसभा
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा मंत्रियों के लिए सप्ताह में दो दिन विधानसभा में बैठकर जनता की समस्या सुनने को लेकर बनाई गई व्यवस्था का असर दूसरे दिन भी नजर नहीं आया।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा मंत्रियों के लिए सप्ताह में दो दिन विधानसभा में बैठकर जनता की समस्या सुनने को लेकर बनाई गई व्यवस्था का असर दूसरे दिन भी नजर नहीं आया। मुख्यमंत्री के अलावा केवल दो ही मंत्री विधानसभा में जनता की समस्याएं सुनने पहुंचे। हालांकि, मुख्यमंत्री ने मंत्रियों का बचाव करते हुए कहा कि प्रदेश से बाहर होने के कारण अधिकांश मंत्री विधानसभा नहीं पहुंच पाए। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने आमजन की समस्याओं को सुना और उनके निस्तारण के निर्देश अधिकारियों को दिए।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार ने विधायकों की मांग पर यह निर्णय लिया था कि हर बुधवार व गुरुवार को मंत्री विधानसभा में बैठकर जनप्रतिनिधियों व आमजन की समस्याओं को सुन कर उनका निस्तारण करेंगे। इस कड़ी में बुधवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विधानसभा में बैठकर जनता की समस्याओं को सुना। पहले दिन कोई भी मंत्री विधानसभा नहीं पहुंचा। दूसरे दिन मुख्यमंत्री के अलावा केवल राजस्व मंत्री यशपाल आर्य और कृषि मंत्री सुबोध उनियाल विधानसभा पहुंचे।
चारधाम मार्ग पर लगातार रखी जा रही निगरानी
मीडिया से अनौपचारिक बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम सड़क मार्ग के निर्माण कार्य पर लगातार नजर रखी जा रही है। भारत सरकार भी इसकी प्रगति की निरंतर समीक्षा कर रही है। एनजीटी के कारण कुछ स्थानों पर दिक्कतें आ रही हैं लेकिन इसमें थोड़ा समय लगता है। केंद्र की इस मार्ग को लेकर गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह तीन दिवसीय दौरे पर आए हैं।
ली जा रही प्रसव के दौरान मृत्यु की मामले की जानकारी
पिथौरागढ़ में महिला की प्रसव के दौरान मृत्यु होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकरण पर लगातार जानकारी ली जा रही है। अभी तक मिली सूचना के अनुसार अधिक रक्तस्राव होने के कारण महिला की मृत्यु हुई। इसके अन्य कारणों की भी जानकारी ली जा रही है।
जनता दरबार में न बैठें मंत्री व नेता
मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा में लगाए गए जनता दरबार में कई फरियादी पहुंचे लेकिन इनमें से कुछ नाराज भी दिखे। उनका कहना था कि विधायक व नेता तो मुख्यमंत्री से कभी भी मिल सकते हैं, इस कारण इन्हें जनता दरबार के समय मौजूद नहीं होना चाहिए। श्रीनगर निवासी मगन सिंह और रुड़की निवासी कमल किशोर ने कहा कि नेताओं के चलते उन्हें अपनी बात रखने का पूरा समय नहीं मिला। हालांकि, उन्होंने सरकार के जनता मिलन कार्यक्रम को अच्छा कदम बताया।
संत कबीर एकेडमी के छात्र को दी बधाई
विधानसभा में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने संतकबीन एकडेमी के छात्र व हर्रावाला निवासी कुमार अद्वैत क्षेत्री से भी मुलाकात की। उन्होंने अद्वैत को मात्र 11 वर्ष की उम्र में हवा से चलने वाली मोटर साइकिल का सफल अविष्कार करने पर बधाई दी। उन्होंने अद्वैत को प्रशस्ति पत्र प्रदान करने के साथ ही इसरो, आइआइटी जैसे विशिष्ट संस्थानों में प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए अनुमोदन पत्र भी प्रदान किया। इस अवसर पर अद्वैत के पिता आदेश क्षेत्री व माता अमृता देवी भी मौजूद थे।