ड्रोन कैमरों से रखी जाएगी कांवड़ियों की भीड़ पर नजर
श्रावण मास की कांवड़ यात्रा को लेकर एडीजी कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने तीन जनपदों के पुलिस अधिकारियों की बैठक ली और कांवड़ मेला तैयारियों को अंतिम रूप दिया। उन्होंने कहा कि भीड़ के वक्त कावड़ियों पर ड्रोन कैमरों से नजर रखी जाएगी। ऋषिकेश और आसपास क्षेत्र में दस हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश:
श्रावण मास की कांवड़ यात्रा को लेकर एडीजी कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने तीन जनपदों के पुलिस अधिकारियों की बैठक ली और कांवड़ मेला तैयारियों को अंतिम रूप दिया। उन्होंने कहा कि भीड़ के वक्त कावड़ियों पर ड्रोन कैमरों से नजर रखी जाएगी। ऋषिकेश और आसपास क्षेत्र में दस हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
मुनिकीरेती स्थित ओआइएमटी सभागार में आयोजित बैठक में एडीजी कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने देहरादून, टिहरी और पौड़ी जनपदों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से अलग अलग तैयारियों की समीक्षा की। एडीजी ने कहा कि लक्ष्मणझूला पुल के बंद होने से पुलिस प्रशासन के सामने एक नई चुनौती खड़ी हुई है। जिससे पार पाने के लिए प्लान तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि पहले लक्ष्मण झूला से रवानगी और राम झूला से वापसी होती थी मगर अब राम झूला पुल से कांवड़ियों की रवानगी होगी। नीलकंठ दर्शन के बाद बैराज और गरुड़ चट्टी पुल से वापसी निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि तीनों जनपदों के मेला क्षेत्र में करीब दस हजार पुलिसकर्मी और पीएससी के जवान तैनात की गई है। तीनों जनपदों के अधिकारियों को पार्किंग और ट्रैफिक लोड के बारे में ब्रीफ किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र से जुड़े पुलिस और कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारियों को एक व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ा गया है। वह स्वयं भी इस ग्रुप में शामिल है। बैठक में एसएसपी टिहरी वाईएस रावत, एसएसपी पौड़ी दिलीप सिंह कुवर, पुलिस अधीक्षक देहात देहरादून परमेंद्र डोभाल, एएसपी टिहरी स्वप्निल कुमार सिंह, एएसपी पौड़ी प्रदीप कुमार राय, सीओ नरेंद्र नगर पीएस शाह, पौड़ी अनिल जोशी, कोटद्वार जोध राम जोशी, ऋषिकेश वीरेंद्र सिंह रावत, प्रभारी निरीक्षक ऋषिकेश रितेश शाह, मुनिकीरेती आरके सकलानी, थानाध्यक्ष लक्ष्मण झूला राकेन्द्र कठैत आदि मौजूद रहे।