ट्रक यूनियनों की मनमानी रोकने को एसएसपी से गुहार, जानिए पूरा मामला
उत्तराखंड इंडस्ट्रीयल वेलफेयर एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती से मिला और ट्रक यूनियनों की मनमानी पर नकेल कसने की गुहार लगाई।
By Edited By: Published: Mon, 17 Jun 2019 08:38 PM (IST)Updated: Tue, 18 Jun 2019 03:52 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड इंडस्ट्रीयल वेलफेयर एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि मंडल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती से मिला। उन्होंने सेलाकुई स्थित इंडस्ट्रीयल एरिया में चल रही ट्रक यूनियन की मनमानी पर अंकुश लगाने की मांग की। मामले में एसएसपी ने जल्द सकारात्मक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
उत्तराखंड इंडस्ट्रीयल वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मारवाह के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को एसएसपी से मुलाकात कर उन्हें सेलाकुई में उद्योगपतियों हो पेश आ रही दिक्कतों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि ट्रक यूनियन के पदाधिकारियों द्वारा बाहरी ट्रकों को सेलाकुई इंडस्ट्रीयल एरिया में घुसने नहीं दिया जा रहा है। इतना ही नहीं उनके साथ मारपीट भी कर जा रही है।
यूनियन द्वारा उद्योग स्वामियों और प्रबंधन तंत्र पर दबाव बनाया जा रहा है कि उद्योगों का माल केवल संबंधित यूनियन के ट्रकों द्वारा ही लाया और ले जाया जाए। साथ ही ट्रकों में भी तोड़-फोड़ करने की धमकी दी जा रही है। इस घटनाक्रम से बड़ी इकाइयों के प्रबंधक और छोटी इकाइयों के मालिक और कर्मचारी सहमे हुए हैं। ऐसी स्थिति में उद्योगों में कामकाज मुश्किल हो गया है।
साथ ही सेलाकुई औद्योगिक क्षेत्र मंदी की मार झेल रहा है। उद्योग के अनुकूल वातावरण न होने की वजह से पिछले कुछ वषरें में कई बड़ी औद्योगिक इकाइया सेलाकुई से गुजरात व हिमाचल जैसे राज्यों में पलायन कर गई हैं। प्रतिनिधिमंडल में एसोसिएशन के महासचिव पवन अग्रवाल, विजय सिंह तोमर और अंकुर सिंघल मौजूद रहे
उत्तराखंड इंडस्ट्रीयल वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मारवाह ने बताया कि सेलाकुई क्षेत्र में लगभग ढाई सौ छोटी-बड़ी औद्योगिक इकाइया हैं। जहा स्थानीय युवक, युवतियों और महिलाओं को रोजगार प्राप्त है। ऐसे में यदि सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई तो समस्या और गहरा जाएगी।
इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश भाटिया का कहना है कि असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करते हुए जल्द इकाइयों में उत्पादन, लोडिंग और अनलोडिंग सुचारू कराने की व्यवस्था की जाए। ताकि उद्योगपति अपना कार्य शांतिपूर्ण वातावरण में कर सकें।
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