रोटेशन की 75 फीसद बसें यात्रा पर, प्रशासन अलर्ट
संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति की यात्रा के लिए उपलब्ध 15 सौ बसों के बेड़े में 75 फीसद बसें यात्रा पर जा चुकी हैं। परिवहन विभाग ने अभी से जटिल हालात को देखते हुए अगले पांच दिन के लिए बसों की स्थिति पर मंथन शुरू कर दिया है।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :
संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति की यात्रा के लिए उपलब्ध 15 सौ बसों के बेड़े में 75 फीसद बसें यात्रा पर जा चुकी हैं। परिवहन विभाग ने अभी से जटिल हालात को देखते हुए अगले पांच दिन के लिए बसों की स्थिति पर मंथन शुरू कर दिया है। टैक्सी-मैक्सी वाहन यात्रा पर जाने के कारण लोकल रूट की सवारियां बसों पर निर्भर हो गई है। प्रशासन ने परिवहन कंपनियों को 40 फीसद बसें लोकल रूट पर संचालित करने को कहा है।
चार धाम यात्रा के लिए नौ परिवहन कंपनियों की संस्था संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति ने इस वर्ष करीब 15 सौ बसों का बेड़ा यात्रा के लिए उपलब्ध कराया है। पांच मई से गुरुवार शाम तक संयुक्त रोटेशन की करीब 1130 बसें विभिन्न धामों के लिए यहां से जा चुकी है यानी रोटेशन की 75 प्रतिशत बसें यात्रा रूट पर हैं। जो 38 बसें यात्रा शुभारंभ के दिन चार धाम के लिए रवाना हुई थी वह शुक्रवार रात तक यहां पहुंचेगी। आयुक्त गढ़वाल मंडल ने विभागीय अधिकारियों की बैठक के पश्चात इस बात को स्वीकार किया था कि 20 मई के बाद यात्रा में और तेजी आएगी। इसलिए अभी से अतिरिक्त बसों की व्यवस्था कर ली जाए। परिवहन विभाग ने उत्तराखंड रोडवेज से 75 बसें आरक्षित कर ली थी।इसके अतिरिक्त स्कूल बस, सिटी बस आदि के संचालकों से विभाग संपर्क में है। गढ़वाल मंडल के लोकल रूट पर संचालित होने वाली टैक्सी और मैक्सी वाहनों की सेवाएं यात्रा में संचालित हो रही है। जिस कारण इन वाहनों पर आश्रित लोकल यात्री अब परिवहन कंपनियों की बस सेवाओं पर आश्रित होकर रह गए हैं। वीरवार को परिवहन कर अधिकारी प्रथम पंकज श्रीवास्तव ने लोकल बस स्टैंड और नटराज चौक के आसपास लोकल यात्रियों की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि बसों के कारण लोकल यात्रियों को परेशानी जैसी कोई बात नहीं है। टैक्सी और मैक्सी वाहन न मिलने से लोकल यात्री का लोड बसों पर पड़ने लगा है। उन्होंने बताया कि संयुक्त रोटेशन के अध्यक्ष भानु प्रकाश रांगड़, रोटेशन के प्रभारी मदन कोठारी सहित संचालक मंडल सदस्यों के साथ उन्होंने बैठक कर 40 प्रतिशत बसें लोकल रूट पर और 60 प्रतिशत बसें यात्रा रूट पर संचालित करने को कहा गया है। परिवहन कर अधिकारी ने बताया कि अगले पांच दिनों में कितनी बसें विभिन्न धामों से लौट रही है,इसकी प्रतिदिन रिपोर्ट रोटेशन कार्यालय से मांगी गई है। ताकि आने वाले दिनों में बसों की किल्लत जैसी समस्या आती है तो विभाग पहले से वैकल्पिक व्यवस्था कर ले।
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