विकास के लिए विज्ञान का सकारात्मक उपयोग जरूरी
संवाद सूत्र, त्यूणी: ग्रामीण परिवेश के छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि पैदा कर वैज्ञानिक सो
संवाद सूत्र, त्यूणी: ग्रामीण परिवेश के छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि पैदा कर वैज्ञानिक सोच को विकसित करने के लिए विद्यालयों में विज्ञान मेले का आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी में मंगलवार को राजकीय इंटर कॉलेज त्यूणी में उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) की ओर से विज्ञान मेला आयोजित करने के साथ ही इनोवेटिव एंड क्रिएटिव टेलेंट मॉनिटि¨रग प्रोगाम आयोजित किया गया। विज्ञान मेले के तहत भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, अर्थ विज्ञान, गणित, प्राकृतिक विज्ञान पर चर्चा परिचर्चा के साथ ही मॉडलों के माध्यम से छात्र-छात्राओं को गतिविधियों से रूबरू कराया गया।
यूसर्क के वैज्ञानिक डॉ. राजेंद्र ¨सह रणा ने कहा कि विज्ञान का सकारात्मक उपयोग विकास के लिए करना चाहिए। उन्होंने छात्र-छात्राओं से विज्ञान को आम लोगों तक पहुंचाने की सलाह देते हुए कहा कि विज्ञान को स्थानीय परिवेश व संसाधनों से जोड़कर समाज के बीच पहुंचाना जरूरी है। विज्ञान का उपयोग दैनिक जीवन में करके इसे आम लोगों के जीवन स्तर में सुधार का जरिया भी बनाया जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्र के स्थानीय संसाधनों के आधार पर भी शोध हो सकते हैं। विज्ञान मेले के तहत छात्र-छात्राओं को स्थानीय संसाधनों पर आधारित मॉडल के जरिये विज्ञान को स्थानीय परिवेश से जोड़ने को प्रेरित किया। साथ ही विज्ञान के दैनिक उपयोग को हर घर तक पहुंचाने की सलाह दी गई। आइआइपी देहरादून के वैज्ञानिक डॉ. एसके खन्ना ने छात्र-छात्राओं को विज्ञान के दैनिक उपयोग की जानकारी दी। इस दौरान विद्यालय के प्रधानाचार्य देव ¨सह राणा, यूसर्क के तकनीकी सलाहकार उमेश चंद्र, सुधीर श्रीवास्तव, रवीश कुमार, निशी चांद्रिका, राकेश चमोली, कमल कृष्ण, सुनील शर्मा, नैन ¨सह पंवार आदि मौजूद रहे।