प्रीपेड उपभोक्ताओं के लिए 55 रुपये फिक्स चार्ज
जागरण संवाददाता, देहरादून: प्रीपेड मीटर के लिए नए टैरिफ में फिक्स चार्ज 55 रुपये घोषित किया गया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: प्रीपेड मीटर के लिए नए टैरिफ में फिक्स चार्ज 55 रुपये घोषित किया गया है। दो साल पहले बदले टैरिफ और फिक्स चार्ज अलग-अलग होने के कारण प्रीपेड मीटर योजना बंद हो गई है। अब उम्मीद है कि आने वाले एक-दो महीने में यह योजना फिर शुरू होगी।
प्रीपेड मीटर योजना 13 जनवरी 2015 को अस्थायी कनेक्शनों के लिए शुरू की गई थी। अप्रैल 2015 तक प्रदेशभर में 1200 प्रीपेड मीटर लगाए गए। वर्ष 2015-16 में नया टैरिफ आया, लेकिन सॉफ्टवेयर में पुराने टैरिफ के हिसाब से ही फिक्स चार्ज और बिजली की दरें फीड थी, इसलिए योजना बंद हो गई। इसके बाद पांच अप्रैल 2016 को नया टैरिफ आया, मगर फिक्स चार्ज अलग होने से इस बार भी योजना शुरू नहीं हो सकी। प्रीपेड मीटर की फीडिंग को बार-बार बदला नहीं जा सकता, इसलिए ऊर्जा निगम ने यूईआरसी के समक्ष फिक्स चार्ज खपत के बजाय कनेक्शन की क्षमता के अनुसार करने का प्रस्ताव रखा। दिसंबर में आयोग ने 35 रुपये फिक्स चार्ज निर्धारित किया, लेकिन ऊर्जा निगम ने इसलिए योजना शुरू नहीं की कि अप्रैल में नया टैरिफ आ जाएगा। ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक एमके जैन ने बताया कि इस योजना को शीघ्र शुरू करेंगे।
1200 उपभोक्ताओं को मिलेगी राहत
प्रीपेड मीटर योजना बंद होने से 1200 उपभोक्ताओं को सिक्योरिटी के अलावा शेष बैलेंस भी वापस नहीं मिला। अब योजना शुरू होगी तो सिक्योरिटी और शेष बैलेंस को समायोजित कर दिया जाएगा।
प्रीपेड मीटर के फायदे
-निर्धारित से ज्यादा लोड बढ़ने पर मीटर ट्रिप हो जाएगा।
-इससे गैर घरेलू और औद्योगिक कनेक्शनधारकों को अधिक खपत पर दी जाने वाली पेनल्टी से राहत मिलेगी।
-कम बैलेंस होने पर अलार्म बजेगा। सार्वजनिक अवकाश के दौरान बैलेंस खत्म होने पर बिजली गुल नहीं होगी।
-बिजली की दरों में घरेलू उपभोक्ताओं को चार और अन्य को तीन फीसद की छूट मिलेगी।