आंगनबाड़ी केंद्रों में 1098 महिलाओं को रोजगार
प्रदेश में आंगनबाड़ी और मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों में बतौर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में 1098 स्थानीय महिलाओं को रोजगार मिलेगा।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: प्रदेश में आंगनबाड़ी और मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों में बतौर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में 1098 स्थानीय महिलाओं को रोजगार मिलेगा। शासन ने इन केंद्रों में रिक्त चल रहे कार्यकर्ता व सहायिका के पदों को भरने के निर्देश महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग को दिए हैं। विभाग ने इसके लिए संबंधित जिलों के बाल विकास परियोजना अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने को कहा है। इस मुहिम के परवान चढ़ने से महिलाओं को रोजगार तो मिलेगा ही, राज्य में चल रहे पोषण अभियान में भी तेजी आएगी।
बाल विकास से जुड़ी योजनाओं को गति देने के उद्देश्य से राज्य के सभी जिलों में 14947 आंगनबाड़ी केंद्र और 5120 मिनी आंगनबाड़ी केंद्र स्वीकृत हैं। इनमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका के 1098 पद रिक्त चल रहे हैं। पोषण अभियान को गति देने के मद्देनजर इन पदों को शीघ्र भरे जाने का निर्णय लिया गया है। इस कड़ी में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने हाल में हुई समीक्षा बैठक में इन्हें भरने के लिए निर्देश दिए थे। इस पर अमल भी शुरू हो गया है।
अपर सचिव महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास झरना कमठान ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के रिक्त पदों को भरने के लिए जिलों को निर्देश दिए गए हैं। संबंधित जिलों में बाल विकास परियोजना अधिकारियों ने इसके लिए कवायद प्रारंभ कर दी है। इस सिलसिले में जल्द ही जिला बाल विकास परियोजना अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रगति की जानकारी ली जाएगी। कोशिश है कि पखवाड़ेभर के भीतर रिक्त पद भर लिए जाएं।
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बंद केंद्रों में लौटेगी रौनक
हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर जिलों में बंद पड़े कुछ आंगनबाड़ी केंद्रों की रौनक फिर से लौटेगी। मुख्य सचिव ने इन जिलों में बंद आंगनबाड़ी केंद्रों को चिह्नित कर वहां कार्यकर्ता व सहायिकाओं की शीघ्र नियुक्ति के निर्देश दिए हैं।
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ये भरे जाएंगे पद
पद, संख्या
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, 338
मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, 193
आंगनबाड़ी सहायिका, 567
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