महिलाएं व बालिकाएं निश्शुल्क सीख सकेंगी कंप्यूटर
जनपद की महिलाओं व बालिकाओं को डिजिटल युग में आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास शुरू हो गए हैं।
विनय कुमार शर्मा, चम्पावत
जनपद की महिलाओं व बालिकाओं को डिजिटल युग में आत्मनिर्भर बनाने के लिए बाल विकास विभाग की महिला शक्ति केंद्र द्वारा डिजिटल लिट्रेसी प्रोग्राम संचालित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम जनपद में घटे बालिकाओं के लिंगानुपात क्षेत्र में संचालित किया जा रहा है। चिह्नित बालिकाओं को ब्लॉकों में बने ट्रेनिंग सेंटरों में तीन माह का निश्शुल्क कंप्यूटर प्रशिक्षण दिलाने के साथ उनको ट्रिपल सी की परीक्षा भी दिलाई जाएगी। ताकि वे सरकारी नौकरियों के लिए क्वालीफाई कर सकें।
बाल विकास विभाग की महिला शक्ति केंद्र की जिला समन्वयक ऊषा जोशी ने बताया कि जनपद की 121 ग्राम पंचायतों में बालिकाओं का लिंगानुपात काफी कम है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत बालिकाओं को डिजिटल युग में आत्मनिर्भर बनाने के लिए टैक्स सेवी कार्यक्रम की योजना तैयार की गई है। इसके तहत डिजिटल लिट्रेसी प्रोग्राम तैयार किया गया है। इसमें इन 121 ग्राम पंचायतों की कंप्यूटर सीखने की इच्छुक बालिकाओं को चिह्नित किया जाएगा ऐसी बालिकाएं हमारे टोल फ्री नंबर 18001237255 पर पंजीकरण करा सकती हैं। कार्यक्रम के तहत जरूरतमंद व बीकॉम पास करने वाली बालिकाओं को वरीयता दी जाएगी। चारों ब्लॉकों में बने कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्रों में उन्हें तीन माह का बेसिक कंप्यूटर प्रशिक्षण दिया जाएगा। तीन माह बाद उन्हें ट्रिपल सी की प्ररीक्षा भी दिलाई जाएगी। इस परीक्षा को देने के बाद बालिकाएं सरकारी नौकरी के लिए भी आवेदन कर सकती हैं। इन्हीं में से कुछ बालिकाओं को मास्टर ट्रेनर भी बनाया जाएगा, जो अगले प्रशिक्षण कार्यक्रम में बालिकाओं को कंप्यूटर के लिए प्रशिक्षित करेंगी।
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हाईस्कूल व इंटरमीडिएट छात्राओं की होगी काउंसलिंग
महिला शक्ति केंद्र की ब्लॉक समन्वयक नेहा गौड़ चंद ने बताया कि अवसर और विकास कार्यक्रम के तहत करियर काउंसलिंग कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इसमें 10,11,12 की छात्राओं की काउंसलिंग की जाएगी। काउंसलिंग के लिए ग्रेट काउंसलर गौरव सचदेवा से बात की जा रही है। अगर सितंबर में स्कूल खुले तो स्कूल में, नहीं तो मोबाइल में गूगल मीट के जरिए काउंसलिंग की जाएगी।
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वर्जन-
जनपद में बालिकाओं का लिंगानुपात कम है। इसे बढ़ाने व बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए डिजिटल लिट्रेसी कार्यक्रम व अवसर और विकास कार्यक्रम तैयार किया गया है। इसमें बालिकाओं को तीन माह का कंप्यूटर प्रशिक्षण देने के साथ उनकी कॅरियर काउसंलिंग की जाएगी।
- पीएस बृजवाल, जिला कार्यक्रम अधिकारी, चम्पावत