नदी में बही महिला का दूसरे दिन भी नहीं लगा सुराग
बाराकोट ब्लाक के पड़ासों सेरा के रूयनी गाड़ में बही महिला का दूसरे दिन भी कोई सुराग नहीं लगा।
संवाद सहयोगी, लोहाघाट : बाराकोट ब्लाक के पड़ासों सेरा के रूयनी गाड़ में बही महिला का दूसरे दिन भी कोई सुराग नहीं लगा। ग्रामीण व राजस्व की टीम महिला की तलाश में जुटी रही। बुधवार को फायर व गांव के लोगों ने नदी रेस्क्यू अभियान चलाया। लगातार बारिश होने से नदी का जल स्तर बढ़ने से सफलता नहीं मिल पाई।
गांव की गीता देवी (35) पत्नी नारायण सिंह निवासी पड़ासो सेरा गांव के पास के जंगल से घास काट कर घर लौटते समय डोबरा नामक स्थान के रूयनी गाड़ को पार करने लगी तो पानी के तेज बहाव के कारण बह गई। बुधवार को नायब तहसील दार विजय गोस्वामी के नेतृत्व में फायर, राजस्व विभाग और गांव के युवाओं की टीम ने रेस्क्यू किया, लेकिन महिला का पता नहीं चल पाया। उन्होंने बताया लगातार बारिश होने से नदी का जल स्तर बढ़ता जा रहा है। दीपक सिंह अधिकारी ने बताया गांव के युवाओं की सात टीमें बनाई गई। पहले दिन युवाओं ने सिमलखेत के साली खेत तक नदी में रेस्क्यू किया। घटना की जानकारी मिलने के बाद विधायक पूरन सिंह फत्र्याल पाड़ासों सेरा गांव पहुंचे। उन्होंने कहा रेस्क्यू टीम कार्य में जुटी हुई है। सभी लोगों से संयम बनाकर रेस्क्यू करने की अपील की। कहा पीड़ित परिवार के साथ हम लोग साथ हैं। जिला प्रशासन से हर संभव मदद की जाएगी। गीता देवी के चार छोटे छोटे बच्चों सहित सास देवकी देवी और ससुर धन सिंह का रोरोकर बुरा हाल हो गया है। रेस्क्यू टीम में एफएसओ श्याम बहादुर थापा, धर्मेद्र लाल, बालमुकुंद राणा, दया राम विश्वकर्मा, प्रमोद कुमार, राजस्व कर्मी गोविंद बल्लभ शामिल रहे।