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टेली मेडिसिन की राह में रोड़ा बना कमजोर नेटवर्क, समस्या दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग तलाश रहा दूसरा विकल्प

चम्पावत के टीबी अस्पताल में शुरू टेलीमेडिसन सेवा के बीच में कमजोर नेटवर्क बाधक बना हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Oct 2020 05:00 AM (IST)Updated: Thu, 15 Oct 2020 05:08 AM (IST)
टेली मेडिसिन की राह में रोड़ा बना कमजोर नेटवर्क, समस्या दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग तलाश रहा दूसरा विकल्प

चम्पावत, जेएनएन : कोरोना महामारी के दौरान अस्पताल जाने से बचने व घर पर विशेषज्ञ मरीजों को दिखाने के लिए सरकार ने ई-संजीवनी एप के जरिए टेली मेडिसिन सेवा शुरू की थी, लेकिन सेवा की राह में कमजोर नेटवर्क बाधा बना हुआ है। नेटवर्क की दिक्कत के चलते कई स्थानों पर सेवा शुरू नहीं हो सकी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग दूसरी व्यवस्था तलाश कर रहा है। जिससे उस स्थान पर नेटवर्क की व्यवस्था की जा सके। इसी के तहत मंच में टेली मेडिसिन सेवा को अब चम्पावत टीबी अस्पताल में शिफ्ट कर दिया है। बुधवार को सेवा शुरू होने के बाद चार मरीजों ने इसका लाभ उठाया।

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जिले में 107 डाक्टरों के सापेक्ष महज 59 डाक्टर ही तैनात हैं। डाक्टरों की कमी से जिले के दूरदराज के क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवा पर असर पड़ रहा है। इसके मद्देनजर 2019 में दूरदराज के चार अस्पतालों में टेली मेडिसिन की सुविधा के लिए पहल की गई। दूरदराज के चार अस्पतालों (पाटी, पुलहिंडोला, चौड़ामेहता व मंच) में टेली मेडिसिन सिस्टम लगाया गया है। लेकिन इनमें से मंच व चौड़ामेहता में यह सिस्टम काम नहीं कर रहा है। मोबाइल नेटवर्किंग के कमजोर सिग्नल के चलते लोगों को विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। मंच और चौड़ामेहता में इंटरनेट की दिक्कत आ रही है। कमजोर नेटवर्क से टेली मेडिसन सुविधा का उपयोग नहीं हो पा रहा है। इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने मंच टेली मेडिसिन सेवा को अब टीबी अस्पताल चम्पावत में शिफ्ट कर दिया है। लोग वहां जाकर विशेषज्ञ डॉक्टरों को दिखा सकते हैं। इसके अलावा जनपद में लोहाघाट, पाटी व बाराकोट में भी यह सेवा शुरू हो चुकी है। अन्य स्थानों पर नेटवर्क की व्यवस्था के लिए सरकार आरएफ (रेडियो फ्रीक्वेंसी) सिस्टम लगाने जा रही है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को करीब दो लाख का बजट मिल गया है। ======== ऐसे ले सकते हैं टेली मेडिसिन का लाभ

कोविड नोडल अधिकारी डा. कुलदीप सिंह यादव ने बताया कि टेली मेडिसिन लाभ का लेने के लिए मरीज को मोबाइल में ई-संजीवनी एप डाउनलोड करना होगा। इसके बाद मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड करने के बाद आने वाले ओटीपी डालने पर मरीज लाग इन कर सकते हैं। इस पर मरीज को अपनी पूरी डिटेल भरनी होगी। जिसके बाद मरीज को टोकन नंबर मिलेगा। नंबर पर प्रदेश के विशेषज्ञ डाक्टर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मरीज से वार्ता कर उनके मर्ज की दवा बताएंगे। ====== चम्पावत के टीबी अस्पताल समेत पाटी, पुल्ला, लोहाघाट व बाराकोट में टेलीमेडिसिन सेवा शुरू हो गई है। सभी जगह प्रतिदिन पांच से छह मरीज देखे जा रहे हैं। जिन जगहों पर नेटवर्क की दिक्कत हो रही है वहां रेडियो फ्रिक्वेंसी के जरिए नेटवर्क की व्यवस्था कराई जा रही है।

- डा. आरपी खंडूरी, सीएमओ, चम्पावत


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