इस बार नौ मिनट चली बग्वाल
नैनीताल व अल्मोड़ा जिले की सीमा से सटे जनपद क देवीधूरा स्थित मां वाराही मंदिर प्रांगण खोलीखाड दुर्वा चौड में इस बार विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक बग्वाल 9 मिनट चली। बग्वाल ठीक दो बजे शुरू हुई। पहले तीन मिनट तो बग्वाल फलों से।
चंपावत। नैनीताल व अल्मोड़ा जिले की सीमा से सटे जनपद क देवीधूरा स्थित मां वाराही मंदिर प्रांगण खोलीखाड दुर्वा चौड में इस बार विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक बग्वाल 9 मिनट चली। बग्वाल ठीक दो बजे शुरू हुई। पहले तीन मिनट तो बग्वाल फलों से। इसके बाद खोलीखाड दुर्वा चौड मैदान के आसमान में पत्थर ही पत्थर दिखाई देने लगे।
विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक बग्वाल में वल्का खाम के वीर व कांग्रेस प्रदेश महासचिव राम सिंह कैडा समेत सभी खामों के 50 वीर घायल हुए। लमगडिया खाम के वीर वीरेंद्र लमगडिया के बायें पैर के घुटने में गंभीर चोट आई है। घायलों का मंदिर परिसर में बने अस्थाई अस्पताल में उपचार हुआ। अदभुत बग्वाल देखने मुख्यमंत्री हरीश रावत भी पहुंचे। किसी मुख्यमंत्री ने पहली बार बग्वाल देखी। उनके साथ विस अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, पूर्व सांसद केसी सिंह बाबा, प्रदीप टम्टा, महेंद्र पाल भी शामिल हुए।
जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि बाराही धाम को विश्व पटल पर प्रसिद्धि दिलाने के लिये कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। मंदिर सभागार के विस्तारीकरण व बग्वाल मैदान के विस्तार को स्वीकृति प्रदान की। साथ ही डीएम को कार्रवाई करने को कहा। सीएम ने जीआईसी के लिए चार कक्ष, देवीधूरा की पेयजल योजना के पुनर्गठन को स्वीकृति प्रदान की। साथ ही महान शिल्पकार खुशीराम स्थल के सौंदर्यीकरण व विस्तारीकरण को स्वीकृति प्रदान की। उन्होने लोगों से अपील की कि वे पौधे लगायें व परंपरागत खेती की ओर अधिक से अधिक ध्यान दें। मंडुवे की खेती पर विशेष जोर दिया। साथ ही जल्द ही मंडुवे से स्काच बनाने पर रिसर्च करने की बात कही। उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने पर बल दिया। सीएम ने महिला डेरी पर बल दिया।
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