टीबी के गंभीर मरीजों को नहीं जाना पड़ेगा बाहर
दीपक सिंह बोहरा, चम्पावत : टीबी के गंभीर मरीजों को अब उपचार के लिए हायर सेंटर नहीं जाना प
दीपक सिंह बोहरा, चम्पावत : टीबी के गंभीर मरीजों को अब उपचार के लिए हायर सेंटर नहीं जाना पड़ेगा। गंभीर टीबी के मरीजों के लिए जिला क्षय नियंत्रण केंद्र में डीआरटीबी अर्थात ड्रग रजिस्टेंट ट्यूबर क्लोसिस सेंटर खोलने की तैयारी चल रही है। डीआरटीबी सेंटर खुलने के बाद यहीं पर टीबी के मरीजों को एडमिट किया जा सकेगा।
डीआरटीबी सेंटर टीबी के एमडीआरटी के ऐसे मरीजों के लिए होता है। जो गंभीर रुप से बीमार होते हैं। क्योंकि इन्हें आम मरीजों के साथ नहीं रखा जा सकता। इसलिए ऐसे मरीजों को डीआरटीबी सेंटर में रखा जाता है। ताकि कोई और टीबी से ग्रसित न हो। डीआरटीबी सेंटर के 90 हजार का बजट पास हो चुका है। जिससे क्षय नियंत्रण केंद्र में ईसीजी, बाथ टब, डीप फ्रिजर व अन्य उपकरण मंगाए जाएंगे। साथ ही मरीजों के लिए बेड की व्यवस्था की जाएगी। सेंटर के लिए जिला कार्यक्रम समंवयक व सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर की नियुक्ति भी की जाएगी। जिला क्षय नियंत्रण केंद्र में खाली पड़े कमरों का इसके लिए प्रयोग किया जाएगा। मार्च माह से पहले डीआरटीबी सेंटर शुरु करने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे एमडीआरटी के मरीजों को जल्द से जल्द लाभ मिल सके। रिपोर्ट देने में सीबीनॉट मशीन में लग रहा समय
चम्पावत : टीबी के मरीजों के बलगम की जांच के लिए जिला चिकित्सालय में लगी सीबीनॉट मशीन से बलगम की रिपोर्ट आने में कई घंटों का समय लग जा रहा है। कारण मौसम अधिक ठंडा होने से मशीन को गर्म होने में काफी समय लग रहा है। जिस कारण मशीन जांच में बहुत समय लगा रही है। रिपोर्ट निकलने में लग रहा है डेढ़ घंटा
चम्पावत : बलगम की जांच रिपोर्ट के लिए मशीन का काफी अधिक टेमप्रेचर में गर्म होना आवश्यक है। तापमान कम होने के कारण मशीन से रिपोर्ट मिलने में डेढ़ घंटे का समय लग जा रहा है। सीबीनॉट के लिए बनाया जाएगा चैम्बर
चम्पावत : सीबीनॉट मशीन जिस कमरे में रखी गई है वह बड़ा होने के कारण तथा मौसम ठंडा होने के कारण मशीन को गर्म होने में काफी समय लग रहा है। इसलिए कमरे में मशीन के लिए एक छोटा चैंबर बनाने और उसे गर्म रखने की व्यवस्था करने के प्रयास किए जा रहे हैं। ताकि मशीन से समय पर जांच रिपोर्ट दे सके। वर्जन -
जिला क्षय नियंत्रण केंद्र में डीआरटीबी सेंटर खोलने की तैयारी की जा रही। जिसके लिए आवश्यक सामान खरीदने की प्रक्रिया चल रही है। सीबीनॉट मशीन को सही टेमप्रेचर में रखने के लिए चैंबर बनाने के लिए बात चल रही है।
- कुलदीप सिंह यादव, एसीएमओ चम्पावत।