नेपाल जाने वाली नहर का अधिकारियों ने किया सर्वे
संवाद सहयोगी, टनकपुर : नेपाल के लिए बनने जा रही नहर को लेकर मंगलवार को एनएचपीसी व वन विभा
संवाद सहयोगी, टनकपुर : नेपाल के लिए बनने जा रही नहर को लेकर मंगलवार को एनएचपीसी व वन विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई। जिसमें नहर निर्माण को लेकर जानवरों की आवाजाही को लेकर चर्चा की गई। बाद में मौके पर जाकर निरीक्षण किया गया।
गौरतलब है कि कि 1991 की टनकपुर बैराज की संधि में भारत द्वारा नेपाल को 1200 मीटर लंबी नहर व पानी उपलब्ध कराने का समझौता हुआ था। टनकपुर बैराज स्थित एनएचपीसी कार्यालय में अधिकारियों की बैठक में टनकपुर बैराज से नेपाल तक 1200 मीटर तक बनने जा रहे नहर निर्माण के दौरान जानवरों को आवाजाही में आने वाली दिक्कतों के बारे में चर्चा की गई। इस बीच दोनों विभागों के अधिकारियों ने मौके पर जाकर सर्वे किया। जानवरों की आवाजाही के लिए नहर के नीचे या ऊपर वाले हिस्से में जानवरों की आवाजाही को लेकर उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी। वन संरक्षक पश्चिमी वृत्त हल्द्वानी डॉ पराग मुधकर धकाते, डीएफओ चंद्रशेखर सनवाल, एनएचपीसी महाप्रबंधक रईस मियां, डब्लू डब्लू एफ के प्रोजेक्टर पीएच कौर, अमिताभ झा, हीरा सिंह जीना आदि मौजूद थे।