गुलदार को नरभक्षी घोषित करे सरकार
संवाद सूत्र धरमघर उत्तर दुग भूलगांव में गुलदार को नरभक्षी घोषित करने की मांग को लेकर
संवाद सूत्र, धरमघर: उत्तर दुग, भूलगांव में गुलदार को नरभक्षी घोषित करने की मांग को लेकर ग्रामीणों का क्रमिक अनशन पांचवें दिन भी जारी है। ग्रामीणों ने कहा कि चार अक्टूबर को गांव की मासूम बेटी दीया को गुलदार ने निवाला बना लिया था और तब से गुलदार गांव में जमा हुआ है। ग्रामीण दहशत में हैं और सरकार ने अभी तक उसे नरभक्षी घोषित नहीं किया है।
ग्रामीणों ने कहा कि विधायक बलवंत भौर्याल के आश्वासन के बावजूद भी गुलदार को नरभक्षी घोषित नहीं किया जा रहा है। वह तीन अन्य लोगों पर भी झपटने की कोशिश कर चुका है। गांव के लोग दहशत में हैं और अपनी दिनचर्या भी नहीं निभा पा रहे हैं। महिलाएं खेतों में घास आदि लेने में कतराने लगी हैं। बच्चों को स्कूल से छोड़ने और लाने के लिए झुंड बनाकर जाना पड़ रहा है। बुजुर्ग घरों में कैद हो गए हैं। ग्रामीणों ने कहा कि अगर शीघ्र गुलदार को पिजड़े में कैद नहीं किया गया तो वह उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। इस मौके पर जोगा सिंह, मोहन सिंह, प्रताप सिंह, शेर सिंह, जीवन सिंह राठौर, कैलाश चंद्र पाठक, शेखर बचखेती, बलवंत सिंह मेहता आदि मौजूद थे।
==========
गुलदार को पिजड़े में कैद करने को रिहर्सल
भूलगांव में वन विभाग की चार टीमों के अलावा नैनीताल से आई ट्रैकुलाइजर की टीम ने मंगलवार को गुलदार को पिजड़े में कैद करने की रिहसर्ल की और कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। आरओ एनडी पांडे ने बताया कि गश्त करने वाली टीम को प्रशिक्षण दिया गया। गुलदार को खोजने के लिए टीम रात को तीन शिफ्टों में काम कर रही है। ट्रैकुलाइ करने का प्रशिक्षण भी टीम के सदस्यों को दिया गया है।