सम्मान पाने वाले कोरोना वारियर्स की सूची जारी होने पर फार्मासिस्टों ने जताया असंतोष, लगाया पक्षपात का आरोप
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी कोरोना वारियर्स की सूची के खिलाफ फार्मासिस्टों ने असंतोष जताया है।
संवाद सहयोगी चम्पावत : सीएमओ कार्यालय ने महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को कोरोना महामारी के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिले के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सूची भेज दी है। सूची में 35 नाम शामिल किए गए हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया जाना है, लेकिन सूची वायरल होते ही बवाल खड़ा हो गया है। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन की जिला इकाई ने सूची को पक्षपातपूर्ण बताते हुए कोविड के दौरान वास्तविक रूप से कार्य करने वाले कर्मचारियों एवं अधिकारियों का नाम शामिल न करने का आरोप लगाया है।
सीएमओ की ओर से भेजी गई सूची में जिले के नौ डाक्टर और अन्य 26 लोगों में फार्मासिस्ट, एएनएम, डाटा एंट्री ऑपरेटर के साथ सहायक परियोजना निदेशक, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी, आपात कालीन परिचालन केंद्र की डाटा एंट्री आपरेटर, एक सहायक राजस्व लेखाकार और सीएमओ कार्यालय का चालक के नाम शामिल हैं। जैसी ही सूची वायरल हुई हंगामा खड़ा हो गया। फार्मासिस्ट एसोसिएशन से जुड़े फार्मासिस्टों ने शुक्रवार को सीएमओ डा. आरपी खंडूरी को ज्ञापन भेजकर सूची को पक्षपातपूर्ण बताते हुए अपना विरोध दर्ज कराया। उनका कहना है कि महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को मुख्यमंत्री द्वारा कोरोना वारियर सम्मान दिए जाने हेतु उत्कृष्ट कार्य करने वाले कार्मिकों की सूची मांगी गई थी। इसी क्रम में सीएमओ द्वारा भेजी गई सूची वाट्सएप के हेल्दी चम्पावत ग्रुप में सार्वजनिक की गई है। कहा है कि इस सूची में कोरोना के समय उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों अनदेखी हुई है। फार्मासिस्टों का कहना है कि पक्षपातपूर्ण तरीके से तैयार सूची में जान की परवाह किए बगैर रात दिन काम करने वाले कर्मचारियों का नाम नहीं है, जिससे वह अपने आप को अपमानित महसूस कर रहे हैं। ज्ञापन में सूची में संशोधन कर उन कर्मचारियों का भी नाम जोड़ने की मांग की गई है जिन्होंने वास्तव में कोरोना महामारी के दौरान उत्कृष्ट कार्य किया है। ज्ञापन देने वालों में सुरेश चंद्र पाटनी, चीफ फार्मासिस्ट आदि के शामिल हैं।