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पांच हजार से ज्यादा परिवार आज भी खुले में शौच को मजबूर

संवाद सहयोगी, चम्पावत : चम्पावत में सरकार के कवायद के बीच अभी भी पांच हजार से ज्यादा परिवार खु

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Dec 2018 11:08 PM (IST)Updated: Sun, 09 Dec 2018 11:08 PM (IST)
पांच हजार से ज्यादा परिवार आज भी खुले में शौच को मजबूर
पांच हजार से ज्यादा परिवार आज भी खुले में शौच को मजबूर

संवाद सहयोगी, चम्पावत : चम्पावत में सरकार के कवायद के बीच अभी भी पांच हजार से ज्यादा परिवार खुले में शौच करने को मजबूर हैं। विकास खंड कार्यालय में रविवार को पत्र सूचना कार्यालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के सौजन्य से मीडिया कार्याशाला यह आकड़ा टीम ने प्रस्तुत किया।

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कार्यशाला में स्वजल से जानकारी मिली की जनपद में अभी भी 5030 परिवार ऐसे में जो शौचालय विहीन हैं। कार्यशाला में स्वजल के मो. आरिफ खान ने बताया जनपद में 2012 की बेसलाइन सर्वे के आधार पर लगभग 47600 परिवारों में से 13,450 परिवारों शौचालय विहीन पाए गए। जिसमें सभी में लोगों के शौचालय तैयार करा लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि बेसलाइन सर्वे के बाद वर्तमान परिवार से पृथक हुए लगभग 5030 परिवार ऐसे हैं जिनके पास अपना शौचालय नहीं है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में इन परिवारों को भारत सरकार की वेबसाइट में अपलोड किया जा रहा है जिसकी अंतिम तिथि 15 दिसम्बर है। उन्होंने बताया कि पर्यटन स्थलों, मंदिरों के आसपास सामुदायिक शौचालय स्थापित करने की योजना के अन्तर्गत वर्तमान में मानेश्वर व गुरूगोरखनाथ मंदिर के आसपास दो सामुदायिक शौचालय निर्मित किए जा रहे है जिसके लिए 90 प्रतिशत धनराशि भारत सरकार एवं 10 प्रतिशत धनराशि राज्य सरकार अनुमन्य करती है। जनपद में ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन के अंतर्गत 174 गावों में वर्मी कम्पोस्ट, कूड़ादान, सोख्ता गड्डा, नाली, बायोगैस के लिए धनराशि प्रदान की गई है और सभी परिवारों को जैविक-अजैविक कूड़ेदान भी वितरित किए गए हैं। कार्यशाला में जानकारी देते हुए प्रभारी अग्रीण बैंक अधिकारी जनार्दन चिल्कोटी ने बताया जनपद में प्रधानमंत्री जीवन सुरक्षा बीमा योजना में पंजीकृत 38,368 लाभार्थियों में से अभी तक क्लेम करने वाले 6 लाभार्थियों को 12 लाख की धनराशि अनुमन्य कर दी गई है। उन्होंने बताया वर्तमान में अटल पेंशन योजना में 1910 लोग लाभांवित हो रहे है तथा प्रधानमंत्री जीवन च्योति बीमा योजना में अब तक क्लेम करने वाले नौ लाभार्थियों को 18 लाख की धनराशि अनुमन्य कर उनके खाते में डाली जा चुकी है। वर्ष 2014 में जनपद में स्थापित आरसेटी द्वारा प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अब तक जनपद के 1596 लोगों स्वरोजगार से जोड़ने के साथ 896 प्रशिक्षणार्थियों को बैंक ऋण क्रेडिट लिंकेज किया गया है। जिला पूर्ति अधिकारी केके अग्रवाल ने बताया प्रधानमंत्री उच्जवला योजना के तहत सैकड़ों लोगों को कनेक्शन दिए जा चुके हैं। जनपद में 77724 घरेलू गैस उपभोक्ताओं के सापेक्ष 43625 एक्टिव उपभोक्ता एवं 1655 व्यावसायिक उपभोक्ता है। सीएमओ डॉ. आरपी खंडूरी ने बताया जनपद में आयुष्मान योजना के तहत चिन्हित 9829 परिवारों के गोल्डन कार्ड पांच आयुष्मान मित्रों के माध्यम से किया जा रहा है। खंड विकास अधिकारी पूरन सिंह रावत ने मनरेगा के सम्बंध में व्यापक जानकारी दी। अपर महानिदेश पत्र सूचना कार्यालय देहरादून नरेंद्र कौशल ने उपस्थित मीडिया कर्मियों, वक्ताओं का आभार जताया।


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