मल्लिकार्जुन स्कूल की बैठक में हुआ हंगामा
जागरण संवाददाता, चम्पावत : मल्लिकार्जुन स्कूल में प्रधानाचार्य के प्रति छात्रों का आक्रोश कम हो
जागरण संवाददाता, चम्पावत : मल्लिकार्जुन स्कूल में प्रधानाचार्य के प्रति छात्रों का आक्रोश कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। शनिवार को अभिभावकों की बैठक में छात्रों की बात न सुनने पर छात्रों ने जमकर हंगामा काटा और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने भी छात्रों को काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन छात्र अपनी मांग पर डटे रहे। अधिकारी भी यह सब देख मूकदर्शक बन बैठे रहे। बैठक में कोई निर्णय न निकलता देख बाद में अधिकारी बैठक से उठकर चले गए। मल्लिकार्जुन स्कूल की प्रधानाचार्य राजश्री पंत द्वारा स्कूल की शिक्षिका व छात्रों के साथ अभद्र व्यवहार किए जाने का आरोप लगाते हुए कक्षा नौ से 12 वीं तक के छात्रों का प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी रहा। छात्रों द्वारा बीती गुरुवार को प्रदर्शन किए जाने पर डीएम के आदेश पर सीईओ आरसी पुरोहित ने शनिवार को बैठक बुलाई गई थी लेकिन प्रधानाचार्य द्वारा बैठक से एक दिन पूर्व ही कुछ अभिभावकों को बुलाकर कुछ छात्रों पर कार्यवाही किए जाने की बात कही। जिस पर छात्र बैठक से पूर्व आक्रोशित हो उठे और एक बार फिर सड़क पर बैठकर जमकर हंगामा किया और प्रधानाचार्य के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने एक बार फिर एसपी व सीडीओ को रोक कर अपनी समस्या बताई। करीब 12 बजे स्कूल सभागार में सीईओ आरसी पुरोहित की अध्यक्षता में अभिभावकों की बैठक आहूत की गई। जिसमें प्रधानाचार्य ने अपनी बात रखते हुए कहा कि वह छात्रों का अहित नहीं कर रही है। अगर किसी छात्र को दिक्कत है तो वह घर बैठे वह परीक्षा के समय पेपर देने आ सकता है। वहीं बैठक में आंदोलनरत छात्रों के न बैठाए जाने पर छात्रों ने बैठक के बाहर हंगामा करना शुरू कर दिया। सूचना पर एसएसआइ जसवीर सिंह चौहार पुलिस टीम के साथ स्कूल पहुंच गए और छात्रों को शांत कराया। इस बीच अभिभावकों ने अपनी बात रखी। काफी दबाव के बाद आंदोलनरत छात्रों में से छह छात्रों को उनकी बात रखने को बुलाया गया लेकिन जब छात्रों ने अपनी बात रखनी शुरू हुई तो अभिभावकों व छात्रों के बीच नोकझोंक शुरू हो गई। जिसको लेकर करीब एक घंटा हंगामा होता रहा। अन्य छात्र भी बैठक में आ गए और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। वहीं हंगामे को देख अधिकारी भी मूकदर्शक बने रहे। बाद में सीईओ पुरोहित ने सभी को समझाते हुए अपनी बात कही और स्कूल में पुलिस लगाने को कहा। उन्होंने सभी बच्चों को सोमवार से पेपर देने को कहा। बैठक में कोई निर्णय निकलता न देख अधिकारी सभागार से बाहर निकल आए। बैठक में डीईओ बेसिक सत्यनारायण व खंड शिक्षा अधिकारी अंशुल बिष्ट भी मौजूद रहे। नहीं पहुंचे कई छात्रों के अभिभावक
बैठक में स्कूल में पढ़ने वाले छोटे बच्चों के अभिभावक तो पहुंचे लेकिन आंदोलनरत दर्जनों छात्रों के दो चार अभिभावक ही बैठक में पहुंचे। इससे यह भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि कहीं न कहीं इन छात्रों की समस्याओं से अभिभावक भी इतेफाक रहते हैं। जिस कारण वह उनका सपोर्ट कर रहे हैं। या फिर मैनेजमेंट ने आंदोलनरत सभी छात्रों के अभिभावकों को बुलाया ही नहीं। जबकि स्कूल प्रबंधन का कहना है कि सभी अभिभावकों को बैठक की सूचना दी गई थी। बाहरी छात्रों के आने से बिगड़ा माहौल
बैठक में कई बाहरी छात्र व पास उट छात्रों के आने से बैठक का माहौल गर्मा गया। बाहर से आने वाले छात्रों ने स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को उनका अभिभावक बताया। वहीं सुबह प्रदर्शन के दौरान कुछ देर एबीवीपी ने भी छात्रों के धरने को सपोर्ट किया लेकिन बाद में वह वहां से चले गए। बात न सुनने पर रोने लगे बच्चे
बैठक में छात्रों की बात न सुनने पर कई छात्र फूट-फूट कर रोने लगे। तो साथी छात्र व पुलिस कर्मी बच्चों को चुप कराने में जुटे रहे।