आल वेदर रोड पर जाम बन रहा झाम
संवाद सहयोगी, चम्पावत : टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राज मार्ग पर पहाड़ की कटिंग के चलते आए दिल
संवाद सहयोगी, चम्पावत : टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राज मार्ग पर पहाड़ की कटिंग के चलते आए दिल लग रहे जाम के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जाम में फंस कर यात्रियों के कई घंटे बर्बाद हो रहे हैं। टनकपुर से चम्पावत के बीच रोजाना पांच-छह स्थानों पर जाम लग रहा है।
ऑल वेदर रोड में पहाड़ की कटिंग के कारण अमरुबैंड, चल्थी, अमोड़ी, धौन, स्वाला में जाम लग रहा है। पोकलैंड मशीनों द्वारा पहाड़ काटने पर मलबा रोड में आ रहा है। जिसे जेसीबी की मदद से हटाया जा रहा है। इस बीच वाहनों का लंबा जाम मार्ग के दोनों ओर लग जा रहा है। जिससे यात्रियों को एक स्थान पर 15 से 30 मिनट तक इंतजार करना पड़ रहा है। टनकपुर से चम्पावत तक कई स्थानों पर लग रहे जाम के कारण यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने में एक से डेढ़ घंटे का अधिक समय लग रहा है। लोगों का कहना है कि प्रत्येक जगह थोड़ी-थोड़ी देर रुकने से उनके कई घंटे बर्बाद हो रहे हैं। जहां टैक्सी से टनकपुर चम्पावत का सफर दो घंटे का था वहीं अब चार घंटे से भी अधिक समय लग रहा है। जाम में फंसने से छोटे बच्चों व बुजर्ग यात्रियों को परेशानी हो रही है।
=============== मानकों की उड़ाई जा रही हैं धज्जियां
चम्पावत : ऑल वेदर सड़क में कार्य कर रही कंपनियां नियमों को ताक पर रख धज्जियां उड़ा रही हैं। ऑल वेदर रोड निर्माण में पहाड़ की कटिंग का मलबा खाई में फेंका जा रहा। जिसे वन संपदा को नुकसान हो रहा है। जबकि कंपनी को कटिंग का मलबा डंपिग जोन में डालना है। लेकिन कंपनियां अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रही हैं। मानकों को ताक में न रखकर काम करने वाली कंपनी के कई बार चालन भी कट चुके हैं। इसके बाद भी वे रोक-टोक धड़ल्ले से खाई में मलबा फेंक रहे हैं। कुछ माह पूर्व कमिश्नर ने दौरे के समय कंपनी से सड़क कटिंग का मलबा डंपिग जोन में ही डालने के निर्देश दिए थे। लेकिन आदेश के कुछ दिन बाद ही कंपनियों ने अपनी मनानी करनी शुरु कर दी।