सिंचाई की क्षमता बढ़ाने वाले अधूरे पड़े कार्यो को करें पूरा
संवाद सहयोगी चम्पावत जनपद में सिंचाई क्षमता बढ़ाने और सिंचाई की व्यवस्थाओं को लेकर जिलाध्ि
संवाद सहयोगी, चम्पावत : जनपद में सिंचाई क्षमता बढ़ाने और सिंचाई की व्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी ने जिला सभागार में शुक्रवार को लघु सिंचाई, राजकीय सिंचाई, उरेडा तथा ऊर्जा निगम की बैठक ली। जिसमें उन्होंने अधिकारियों को 45.40 लाख की धनराशि से निर्मित की जा रही नहरों, गूलों, टैंकों के आधे-अधूरे कार्यो को प्राथमिकता के साथ पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी एसएन पांडेय ने कहा सिंचाई के समय काश्तकार को पानी उपलब्ध कराने के बाद अवशेष पानी आमजन को उपलब्ध हो सके इसके लिए कृषि, उद्यान तथा राजकीय सिंचाई के साथ समन्वय स्थापित कर दीर्घकालीन योजना तैयार करें। उन्होंने ईई लघु सिंचाई को कार्यो में क्वालिटी मेंटेन रखने और अतिआवश्यकीय क्षेत्रों को प्राथमिकता में रखने के निर्देश दिए। ईई लघु सिंचाई ने बताया इस वर्ष जिला योजना के तहत 45.40 लाख की निधि से 33 कार्य किए जाने हैं तथा वर्तमान तक 501 कार्यों के सापेक्ष 178 कार्य पूर्ण करने के साथ 232 कार्यों की टेंडर प्रक्रिया की जा रही है। जिलाधिकारी ने सभी कायरें का जीओ टैगिंग कराने के निर्देश दिए। उरेडा विभाग की समीक्षा में अवगत कराया कि 38 लाख के सापेक्ष 161 स्ट्रीट लाइटें दोनों विधानसभा क्षेत्रों में स्थापित की जानी है जिस पर जिलाधिकारी ने तत्काल ई-टेंडर करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने नलकूप विभाग को विगत वर्ष के अधूरे पांच कार्यों को प्राथमिकता में रखने तथा नये कार्यों की टेंडर प्रक्रिया प्रारम्भ करने के निर्देश दिए। विद्युत विभाग की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने अवैध कनेक्शन पर विशेष नजर रखने और तेजी से कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बैठक में ईई विद्युत राजेश मौर्या, ईई लघु सिंचाई प्रशात कुमार सहित उरेडा, नलकूप के सहायक मौजूद रहे।