चम्पावत ब्लॉक समेत कई विभागों को इनकम टैक्स ने भेजा नोटिस
विनय कुमार शर्मा, चम्पावत इनकम टैक्स का भुगतान समय से करना कई विभागों को भारी पड़ने वाला
विनय कुमार शर्मा, चम्पावत
इनकम टैक्स का भुगतान समय से करना कई विभागों को भारी पड़ने वाला है। एक विभाग के कर्मचारी तो इसका खामियाजा भुगत रहे हैं तो वहीं कहीं अन्य विभाग के कर्मचारी व अधिकारी भी इसके लपेटे में आ सकते हैं। दरअसल आयकर विभाग ने जनपद के कई विभाग को नोटिस भेजा है। इसमें चम्पावत ब्लॉक समेत कई विभाग शामिल हैं। चम्पावत ब्लॉक का मामला उजागर होने के बाद डीएम ने सभी कर्मचारियों के वेतन व आहरण वितरण पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। करीब तीन माह से कर्मचारियों को वेतन न मिलने से जहां कर्मचारी काफी परेशान है। वहीं टैक्स की वसूली के लिए अब अधिकारी व कर्मचारी तत्कालीन कर्मचारियों का रिकॉर्ड खंगाल रहे हैं।
दरअसल विभागों द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्यो में अलग-अलग निविदाओं में ठेकेदारों को पेमेंट किया जाता है। जिसमें भुगतान में दिए जाने वाले टीडीएस भी काटा जाता है। वहीं स्थिति कर्मचारियों के वेतन के साथ भी होती है। जिसमें टीडीएस काटा जाता है। आयकर विभाग के अनुसार इसका प्रति तीन माह में भुगतान किया जाना है। मगर जनपद के कई विभागों ने वित्तीय वर्ष 2011-12 से 2015 तक इनकम टैक्स का भुगतान नहीं किया। जब आयकर विभाग ने टैक्स जमा न करने की स्थिति में विभिन्न विभागों को नोटिस जारी किया है। जिसमें चम्पावत ब्लॉक का करीब 12 लाख का टैक्स बकाया है। करीब तीन माह पूर्व आए नोटिस पर डीएम ने ब्लॉक के सभी कर्मचारियों व अधिकारियों के वेतन आहरण वितरण पर रोक लगा दी। यह रोक टैक्स वसूली न होने तक लगी रहेगी। मामला काफी पुराना होने के कारण अब ब्लॉक में उस समय की पत्रावलियां भी नहीं मिल रही है। उस समय से कई कर्मचारी व अधिकारी बदल गए। डीएम ने तो जिला स्तरीय अधिकारियों पर भी कार्यवाही की चेतावनी दी है। जब मामले में जिला विकास अधिकारी आरसी तिवारी से बात की गई तो उन्होंने पूरी तरह से मामला संज्ञान में होने से मना कर दिया। जबकि सूत्रों का कहना है कि उन्होंने मामला हल न होने पर एफआइआर दर्ज कराने की भी चेतावनी दी है। =========== विकास विभागों को भी आएगा नोटिस
सूत्रों का कहना है कि यही नोटिस जल्द विकास भवन के विकास विभागों को भी आना है। जिस पर करीब तीन लाख का टैक्स बकाया है। इस पर सीडीओ ने कसरत शुरू कर दी है। उन्होंने पुराने कर्मचारियों से इसकी वसूली करने के लिए कहा है। आठ लाख के मिले कागजात
सीडीओ एसएस बिष्ट ने बताया कि ब्लॉक में 12 लाख की टैक्स वसूली थी। जिसमें से आठ लाख टैक्स जमा किए जाने के कागजात आयकर विभाग को दिखा दिए गए हैं। अभी चार लाख बकाया है। जो तत्कालीन कर्मचारियों व अधिकारियों से वसूला जाएगा। वह चाहे जहां भी हो। उन्होंने बताया कि टैक्स का भुगतान प्रति तीन माह में होता है लेकिन विभागों ने साल में इसका भुगतान किया। जिस कारण आयकर विभाग ने यह पेनाल्टी लगाई है। जिससे यह रकम एकत्र हो गई। ======= टेढ़ी खीर साबित होगी वसूली
ब्लॉक में इस टैक्स अदायगी के समय मौजूद कई कर्मचारी व अधिकारियों का स्थानांतरण अन्यत्र हो गया है तो कई इसमें सेवानिवृत्त हो गए तो कईयों की मृत्यु भी हो चुकी है। ऐसे में इन कर्मचारियों से टैक्स की वसूली करना प्रशासन व विभाग के टेढ़ी खीर साबित होगी। ============= यह नोटिस चम्पावत ब्लॉक को ही नहीं बल्कि कई विभागों को आया है। टैक्स जमा करने के लिए सभी कर्मचारियों व अधिकारियों को कहा गया है। लापरवाही बरतने पर वेतन रोकने के साथ अन्य कार्यवाही भी अमल में लाई जाएगी।
-डॉ. अहमद इकबाल, जिलाधिकारी, चम्पावत
=========== टैक्स का नियमित भुगतान न किए जाने से जनपद के कई विभागों व ब्लॉक को नोटिस जारी किए गए हैं। इस संबंध में डीएम को भी अवगत कराया गया है।
- एस हसन, आयकर अधिकारी टीडीएस, हल्द्वानी