देवीधुरा की समस्याओं को लेकर क्रमिक अनशन शुरू
देवीधुरा क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर गुरुवार से ग्रामीणों ने अनशन शुरू कर दिया है।
संवाद सूत्र, देवीधुरा : क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर गुरुवार से मां बाराही संघर्ष समिति के नेतृत्व में लोगों ने क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। इस दौरान लोगों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की।
धरना स्थल पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि 11 दिन पूर्व क्षेत्रीय जनता ने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर यहां की ज्वलंत समस्याओं के समाधान की मांग की थी। सरकार ने अभी तक उनकी मांगों पर कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की है। लोगों ने राजकीय एलोपैथिक चिकित्सालय का उच्चीकरण करने, देवीधुरा महाविद्यालय में स्नातक स्तर पर नए विषयों की स्वीकृति देने और स्नातकोत्तर की कक्षाएं संचालित करने, केदारनाथ से रीठाखाल तक पांच किमी सड़क बनाने, एटीएम खोलने, महाविद्यालय को जोड़ने वाली सड़क पर डामरीकरण करने, देवीधुरा में लिफ्ट पेयजल योजना का पुनर्गठन करने समेत कई मांगे उठाई। बाद में उप जिलाधिकारी पाटी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान करने की मांग की गई। कार्यक्रम का नेतृत्व देवीधुरा के ग्राम प्रधान ने किया। लोगों ने शीघ्र मांगें ने माने जाने पर आमरण अनशन शुरू करने की चेतावनी दी। इस मौके पर छात्र संघ अध्यक्ष प्रकाश सिंह, एडवोकेट नवीन सिंह, चन्दन सिंह, रमेश सिंह, प्रकाश सिंह, ग्राम प्रधान पखोटी गोकुल कोहली समेत कई ग्रामीण मौजूद रहे।
======== 12 मार्च को तहसील मुख्यालय में हल्ला बोलेंगे पव्वाधार के ग्रामीण
गंगोलीहाट: दो सूत्रीय मांगों को लेकर चल रहे पव्वाधार संघर्ष समिति के आंदोलन को दो सप्ताह पूरे हो चुके हैं। बावजूद इसके उनकी कोई सुध नहीं ली जा रही है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों ने शीघ्र मांग पूरी नहीं होने पर आगामी 12 मार्च को तहसील मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
14वें दिन ग्राम प्रधान कुंतोला अंजू, गोविंद प्रसाद, गोपाल राम, आनंद प्रसाद धरने पर बैठे। इस दौरान ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इसके बाद समिति के अध्यक्ष शंकर सिंह के नेतृत्व में ग्रामीणों ने तहसील मुख्यालय पहुंचकर तहसीलदार दिनेश कुटौला को इस संदर्भ में एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता द्वारा लंबे समय से राइंका पव्वाधार में विज्ञान विषय खोलने और नैनी-पव्वाधार मोटर मार्ग का निर्माण करने की मांग की जा रही है, मगर इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि इसी तरह से ग्रामीणों की अनदेखी होती रही तो क्षेत्रवासी उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। आंदोलनकारियों के समर्थन में प्रेम सिंह डोबाल, कैलाश चंद्र, प्रताप राम, नवीन सिंह, क्षेत्र पंचायत सदस्य संजय सिंह, प्रेम सिंह, पूरन राम, मदन सिंह आदि धरने पर बैठे।