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ट्रिपल मर्डर के मुख्य आरोपित प्रीतम ने ही की थी संजीव की हत्या

संवाद सहयोगी, टनकपुर (चम्पावत): करीब सवा साल से गुमशुदा 16 वर्षीय छात्र संजीव की गुत्थी आखिर

By JagranEdited By: Published: Wed, 05 Sep 2018 10:56 PM (IST)Updated: Wed, 05 Sep 2018 10:56 PM (IST)
ट्रिपल मर्डर के मुख्य आरोपित प्रीतम ने ही की थी संजीव की हत्या
ट्रिपल मर्डर के मुख्य आरोपित प्रीतम ने ही की थी संजीव की हत्या

संवाद सहयोगी, टनकपुर (चम्पावत): करीब सवा साल से गुमशुदा 16 वर्षीय छात्र संजीव की गुत्थी आखिरकार पुलिस ने बुधवार को सुलझा ली। चल्थी क्षेत्र में हुए तिहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपित प्रीतम ने ही संजीव की हत्या की थी। बुधवार को पुलिस के साथ मृतक के भाई ने उसकी शिनाख्त कर ली है। टीम ने मौके से किशोर का कंकाल भी बरामद किए हैं। संजीव के मामले में ही पुलिस को प्रीतम की तलाश थी, सोमवार को उसकी गिरफ्तारी के बाद ट्रिपल मर्डर का सनसनीखेज खुलासा हुआ था।

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आदर्श कालोनी, नई घासमंडी रुद्रपुर निवासी 16 वर्षीय संजीव कुमार पुत्र धर्मवीर सिंह अपने दोस्तों के साथ 22 मई 2017 को मां पूर्णागिरि धाम के दर्शन को घर लौट रहा था। इस बीच वह भैरव मंदिर मेला क्षेत्र से भीड़भाड़ के चलते अचानक गायब हो गया था। दोस्तों व परिजनों द्वारा काफी खोजबीन की गई। पता न चलने पर पिता धर्मवीर सिंह द्वारा टनकपुर कोतवाली में संजीव की गुमशुदगी की तहरीर दी गई। लंबे समय बाद भी जब संजीव का सुराग नही लगा तो उन्होंने हाईकोर्ट में गुहार लगाई। हाईकोर्ट ने सीबीसीआईडी को इस मामले की जांच के आदेश दिए। मामले में पुलिस ने जब जांच की थी तो संजीव के मोबाइल को प्रीतम सिंह नाम के युवक द्वारा दुकान में बेचे जाने की बात सामने आई थी। तभी से कोतवाली पुलिस प्रीतम की तलाश कर रही थी। प्रीतम की तलाश में पुलिस दर-दर भटकती रही लेकिन कहीं भी उसका पता नहीं चला। सोमवार को जब कोतवाली पुलिस ने प्रीतम व उसके साथी को गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने एक-एक कर सारे राज उगलने शुरू कर दिए। प्रीतम ने पहले तो चम्पावत के चल्थी क्षेत्र के चांचड़ी तोक में तिहरे हत्याकांड को अंजाम देने का सनसनीखेज खुलासा किया फिर गुमशुदा किशोर संजीव की भी हत्या करने की बात कबूली। बुधवार को सीबीसीआइडी के इंसपेक्टर पी स्वरूप, सीओ आरएस रौतेला, कोतवाल अरूण वर्मा व पिछले साल पूर्णागिरि मेले में ठुलीगाढ़ चौकी में तैनात रहे दरोगा सुरेंद्र सिंह खड़ायत पुलिस टीम के साथ मुख्य आरोपित प्रीतम सिंह को घटनास्थल पर ले गए। उसकी निशानदेही पर भैरव मंदिर के पैदल मार्ग के लादीगाड़ के पास बडे़ बोल्डर के पीछे किशोर का कंकाल बरामद भी कर लिया गया। मृतक संजीव के बडे़ भाई सुशील कुमार ने अंडरवियर की इलास्टिक से पहचान की। =========

ऐसे दिया घटना को अंजाम

हत्यारोपित प्रीतम सिंह ने बताया कि संजीव घटना के दिन परिजनों से बिछड़ने के बाद मुख्य मोटर मार्ग के बजाय नीचे पुराने पैदल मार्ग से गुजर रहा था। इस बीच वह उसके रास्ता पूछने पर बहला-फुसला कर जंगल की ओर ले गया। पहले संजीव को विश्वास में लेकर बडे़ पत्थर में बैठाया व बातें की। संजीव के पास दो बडे़ मोबाइल थे और उसे लालच आ गया। उसे धक्का देने के बाद पत्थर से उसे कुचल दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। बाद में वह उसके दोनों मोबाइल व जेब में रखे 400 रूपये की नगदी लेकर चला आया। इधर, जब पुलिस द्वारा दोनों मोबाइल सर्विलांस में लगाए गए तो दोनों खरीदारों को पुलिस पकड़ ले आई। जिसकी जांच के बाद ही बेचने वाले प्रीतम का नाम सामने आया। ========

मृतक के भाई ने कहा प्रीतम को फांसी से कम नहीं

घटनास्थल पर संजीव की शिनाख्त होने के बाद दोनों भाई दीपक कुमार व सुशील कुमार के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। उन्होंने चल्थी में हुए तिहरे हत्याकांड को भी जघन्य बताते हुए शातिर व निर्दयी अपराधी प्रीतम को फांसी की ही सजा मिलनी चाहिए। जिससे इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति भविष्य में न हो पाए। इधर, सीबीसीआईडी व पुलिस टीम द्वारा प्रीतम से पूछताछ की जा रही है। इसमें कई मामले सामने आने की संभावना जताई जा रही है।


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