पहले पेट्रोल-डीजल तो बाद में स्टॉफ की कमी का दिया हवाला
जागरण संवाददाता चम्पावत आपातकालीन सेवा के कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से दिन प्रतिदिन मरीज
जागरण संवाददाता, चम्पावत : आपातकालीन सेवा के कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से दिन प्रतिदिन मरीजों को दिक्कतों का उठाना पड़ रहा है। रविवार को स्ट्रोक बीमारी से परेशान एक महिला निजी वाहन से जिला अस्पताल पहुंची। जहां डॉक्टरों ने हायर सेंटर रेफर कर दिया। परिजनों ने 108 को फोन किया तो पहले तेज की कमी बताई। जब परिजन तेल डालने को तैयार हुए तो बाद में स्टॉफ की कमी बताने लगे।
आपातकालीन सेवा की स्थिति दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने व नई कंपनी द्वारा स्टॉफ की तैनाती न किए जाने से लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को कनलगांव निवासी मोती रसंवाल पत्नी केदान सिंह रसंवाल की तबीयत अचानक खराब हो गई। मोती के दोनों पुत्र विकास व राहुल उन्हें अपने वाहन से जिला अस्पताल ले आए। डॉ. विवेक सिंह ने प्राथमिक उपचार के बाद बताया कि यह पुरानी बीमारी से ग्रसित है। इन्हें स्ट्रोक पड़ा है। हालत गंभीर होने के कारण इन्हें हायर सेंटर भेजा जा रहा है। जब विकास ने मां को हायर सेंटर ले जाने के लिए 108 को कॉल किया। उन्होंने बताया कि 108 में पहले उन्होंने तेल न होने की बात कही। जिस पर उन्होंने तेल डालने को कहा, मगर वह तैयार नहीं हुए और बाद में स्टॉफ न होने की बात कहने लगे। यह लोग मरीजों की परेशानी को कभी नहीं समझते। बाद में वह निजी वाहन से अस्पताल ले गए।