..तो जनहित में की गई प्रशासनिक अधिकारी की तैनाती
जागरण संवाददाता चम्पावत टनकपुर जीआइसी में तैनात प्रशासनिक अधिकारी द्वारा चतुर्थ वर्गीय कर्मचार
जागरण संवाददाता, चम्पावत : टनकपुर जीआइसी में तैनात प्रशासनिक अधिकारी द्वारा चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का उत्पीड़न किए जाने के मामले की जांच के लिए एडी बेसिक ने शुरू कर दी है। जांच में कई चौंकने वाले तथ्य सामने आए हैं। जांच में यह भी पता चल रहा है कि प्रशासनिक अधिकारी की तैनाती जनहित में की गई है। अगर जांच से पर्दा उठा तो प्रशासनिक अधिकारी व नियुक्ति करने वाले अधिकारी की गर्दन फंस सकती है।
गौरतलब है कि दो वर्ष पूर्व अक्टूबर में जीआइसी टनकपुर में प्रशासनिक अधिकारी के पद पर तैनात कर्मचारी पर कॉलेज कर्मचारियों के साथ शिक्षकों के साथ अभद्रता किए जाने का आरोप लग रहे हैं। इस संबंध में कई बार अधिकारियों से शिकायत की जा चुकी है। मामले में पूर्व में एसडीएम अनिल चन्याल ने जांच कर रिपोर्ट डीएम को भेजी थी। जिस पर करीब आठ माह पूर्व डीएम ने सीईओ को विभागीय जांच कर रिपोर्ट मांगी थी। जांच में क्या हुआ किसी को पता नहीं चला। जिसके बाद मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों से की गई। जिसके तहत शनिवार को अपर निदेशक बेसिक रघुनाथ लाल आर्य जीआइसी टनकपुर में जांच के लिए पहुंचे। एडी ने जोशी से पूछताछ कर उनका पक्ष जाना। एडी बेसिक ने बताया कि जांच में कई चीजें सामने आ रही है। उनकी तैनाती पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। जनहित में नियुक्ति किए जाने की भी बात सामने आ रही है। फिलहाल यह कह पाना अभी मुश्किल है कि यह सही है या गलत। यह तो जांच पूरी होने के बाद ही पता चल सकेगा। अगर नियुक्ति में गडबडी मिली तो प्रशासनिक अधिकारी जोशी को अपनी नौकरी से भी हाथ धोना पड़ सकता है।