विश्व की आध्यात्मिक व सांस्कृतिक राजधानी बनेगा उत्तराखंड, CM धामी ने की घोषणा, घटोत्कच महोत्सव का किया शुभारंभ
Ghatotkach Festival Champawat सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में मानसखंड कॉरिडोर बनाने का कार्य शुरू हो चुका है। सरकार ऐसे आयोजनों के लिए समर्पित है। चंपावत की जनता की शक्ति के बल पर मैं विकास के लिए संकल्पित हूं।
जागरण संवाददाता, चंपावत : CM Dhami in Champawat: एक दिवसीय दौरे पर अपनी विधानसभा चंपावत में पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी ने घटोत्कच महोत्सव (Ghatotkach Festival Champawat :) का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र के विकास व लोगों की मांग पर कई घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मानसखंड कॉरिडोर बनाने का कार्य शुरू हो चुका है। सरकार ऐसे आयोजनों के लिए समर्पित है।
चंपावत के विकास के लिए कीं 60 से अधिक घोषणाएं
सीएम धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने कहा कि चंपावत ने मुझे आशीर्वाद दिया। यहां की जनता की शक्ति के बल पर मैं इस क्षेत्र के विकास के लिए कृत संकल्पित हूं। मन, वचन व कर्म से काम करूंगा। इसी क्रम में मैने विधानसभा में दो-दो सीएम कैंप कार्यालय खोले हैं। हर बैठक में चंपावत के संर्वागीण विकास को लेकर बात होती है। इसके लिए 60 से अधिक घोषणाएं हो चुकी हैं।
चपांवत को दिया तोहफा
इस दौरान सीएम ने इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों की जानकारी दी। कहा कि हम संकल्प के साथ उत्तराखंड को विश्व की अध्यातमिक व सांस्कृतिक राजधानी के रूप में बनाना चाहते हैं। यह उसी नाम से जाना जाएगा। उन्होंने इस दौरान चंपावत को कई योजनाओं का तोहफा दिया। इस दाैरान उनके साथ वन निगम अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी भी मौजूद रहे।
सीमए ने की ये घोषणाएं
- घटोत्कच मंदिर का सुंदरीकरण कुमाऊंनी शैली कराने के साथ चाहरदिवारी व दो कक्षों का निर्माण
- घटोत्कच मंदिर को हिडंबा होते हुए गौड़ी सडक़ में जोडऩे को 2.5 किमी सडक़ का निर्माण
- घटोत्कच मंदिर तक झाली मंदिर तक सडक़ का डामरीकरण का कार्य
- झाली मंदिर के समीप खेल मैदान का निर्माण
- तहसीलों के कार्य के लिए 2.50 लाख की धनराशि उपलब्ध कराए
- लोनिवि के अंतर्गत बनलेख ललुवापानी मार्ग को राजमार्ग घोषित
- क्रांतेश्वर ट्रैक रूट पर साइनेज लगेंगे
- बाजार से गोरलचौड़ मैदान को जाने वाले मोटर मार्ग का चौड़ीकरण होगा
- जिला मुख्यालय में आपदा प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण होगा
- बहुउद्देशीय राहत केंद्र खोले जाएंगे
- चम्पावत कलक्ट्रेट का कुमाऊंनी शैली में पुननिर्माण किया जाएगा।