मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत लोन देने में चम्पावत जनपद दूसरे स्थान पर
चम्पावत में प्रवासियों को रोजगार उपलब्ध कराने को संचालित मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना रंग लाई।
जागरण संवाददाता, चम्पावत : प्रवासियों को रोजगार उपलब्ध कराने को संचालित मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत जनपद में अब तेजी से काम हो रहा है। बैंकों की हठधर्मिता व कानूनी पेंच के चलते आवेदनों को आगे बढ़ाने के लिए भेजे गए अधिकारियों की मुहिम रंग लाई। यही वजह है 250 लक्ष्य के सापेक्ष जनपद 211 आवेदनों के स्वीकृत होने के साथ योजना में प्रदेश में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। सीडीओ का दावा है कि बाकी बचा लक्ष्य व इसी माह प्राप्त कर लेंगे।
कोरोना संक्रमण के लॉकडाउन के दौरान हजारों प्रवासी अपने घरों को वापस लौटे। पलायन हुए गांवों में रौनक लौटने के बाद इन लोगों को गांव में रोककर व्यवसाय व रोजगार करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना शुरू की गई। योजना के तहत सैकड़ों लोगों ने आवेदन किया। जिसमें करीब 500 लोगों के आवेदन स्वीकृत किए गए। आवेदन तो स्वीकृत हो गए, लेकिन बैंकों ने अपने कानूनी पेंच में आवेदन को लटका दिया। अब तक करीब 175 लोगों को ही लोन मिल पाया था। जबकि 115 से अधिक आवेदन 11 बैंकों में लंबित पड़े हुए हैं। लोन न होने के चलते लोग रोजगार नहीं कर पा रहे हैं। लंबित आवेदनों को आगे बढ़ाकर लोन स्वीकृत कराने के उद्देश्य से सीडीओ राजेंद्र सिंह रावत ने बीते सप्ताह 11 बैंकों के लिए नोडल अधिकारी नामित कर दिए। अधिकारियों के बैंकों में पहुंचकर लंबित आवेदकों की आख्या जानी और उन्हें आगे बढ़ाने में आवेदक व बैंक का सहयोग किया। एक सप्ताह 175 का आकड़ा 211 पहुंच गया। जिससे योजना की प्रगति में जनपद प्रदेश में दूसरे स्थान पर पहुंच गया। सीडीओ आरएस रावत ने बताया कि 211 लोगों के लोन देने के बाद मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत जनपद प्रदेश में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। पहले नंबर पर 213 आवेदन पर उत्तरकाशी बना हुआ है। 250 का लक्ष्य भी इसी माह पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए अलग से रणनीति तैयार की जा रही है। ========== इन बैंकों में लंबित है आवेदन एसबीआइ चम्पावत, लोहाघाट, टनकपुर, बाराकोट, पाटी, मंच, बीओबी टनकपुर, पिथौरागढ़ जिला सहकारी बैंक बाराकोट, किमतोली, नैनीताल बैंक भिंगराड़ा व सिंडिकेट बैंक चम्पावत।