Move to Jagran APP

स्टेट हाईवे पर ओवरलोडिंग दुर्घटना का कारण

स्टेट हाईवे में दुर्घटना का बड़ा कारण आवेरलोडिंग बन रही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Sep 2021 10:09 PM (IST)Updated: Thu, 16 Sep 2021 10:45 PM (IST)
स्टेट हाईवे पर ओवरलोडिंग दुर्घटना का कारण
स्टेट हाईवे पर ओवरलोडिंग दुर्घटना का कारण

संवाद सहयोगी, चम्पावत : स्टेट हाईवे का सर्पीला और संकरा होना दुर्घटना का कारण बन रहा है। लंबे रूट की सवारियां न मिलने पर वाहन चालक एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक ओवरलोडिंग करते हैं। चेकिंग न होने पर इन रूटों पर अधिकांश खटारा वाहन भी धड़ल्ले से चलाए जाते हैं। जो अक्सर दुर्घटना का कारण बन जाता है। रीठासाहिब-खेतीखान, देवीधुरा खेतीखान और मंच-तामली रूट पर अक्सर ओवरलोडिंग ही दुर्घटना का कारण बनी है।

loksabha election banner

काठगोदाम-खुटानी-देवीधुरा-खेतीखान-लोहाघाट-पंचेश्वर मोटर मार्ग पर लोहाघाट-खेतीखान और खेतीखान से पाटी तक लोकल रूट पर जमकर ओवरलोंिडंग की जाती है। परिवहन विभाग द्वारा एनएच और नगर के आस पास की ग्रामीण सड़कों पर चेकिंग की जाती है, लेकिन दूर दराज की रोडों पर सख्ती न होने से वाहन चालक ओवर लोडिंग करने केसाथ यातायात के अन्य नियमों का उल्लंघन करते हैं। इस रोड पर 26 ऐसे तीव्र मोड़ हैं जहां जरा सी लापरवाही दुर्घटना का कारण बन जाती है। ओवरलोडिंग तथा शराब पीकर वाहन चलाने से कई जानलेवा दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। लोहाघाट-बाराकोट-सिलमखेत स्टेट हाईवे तो ओवरलोडिंग के लिए हमेशा चर्चा में रहता है। यहां बर्दाखान से आगे 12 किमी तक सड़क कई जगह काफी संकरी है। सड़क किनारे जमा मिट्टी और पत्थरों को न हटाए जाने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। लोनिवि ने खुटानी-मंच तामली स्टेट हाईवे पर पतलोट और रीठासाहिब तथा खेतीखान-मंच-तामली के बीच 16 जगहों को दुर्घटना की दृष्टि से संवेदनशील माना है। लोनिवि प्रांतीय खंड के ईई एमसी पांडेय ने बताया कि जिले के तीनों स्टेट हाईवे पर 34 स्थान दुर्घटना की दृष्टि से संवेदनशील और 11 अतिसंवेदनशील हैं। बारिश में यहां भूस्खलन होता है तो जाड़े के दिनों में पाला गिरने से रोड खतरनाक हो जाती है। ========= स्टेट हाईवे पर पांच सालों में हुई दुर्घटनाएं

वर्ष दुर्घटनाएं घायल मृतक

2017 19 29 11

2018 09 13 17

2019 13 22 05

2020 02 01 06

2021 अब तक 05 12 03 ========= स्टेट हाईवे पर ओवरलोडिंग और नशे की हालत में वाहन चलाने से दुर्घटनाएं ज्यादा होती हैं। मोड़ों पर वाहनों को बैक करने से भी कई बड़ी दुर्घटनाएं हुई हैं। विभाग की ओर से दुर्घटना की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों पर सूचना बोर्ड लगाने के साथ सड़कों को दुरूस्त करने का काम समय-समय पर किया जाता रहा है।

- एमसी पांडेय, ईई, लोनिवि, चम्पावत ========= यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई की जाती है। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन के साथ सामंजस्य बनाकर अभियान चलाए जाते हैं। भविष्य में भी यह कार्रवाई जारी रहेगी।

-रश्मि भट्ट, एआरटीओ, चम्पावत


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.