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15 साल बाद भी बकोड़ा नहीं पहुंची रोड

जागरण संवाददाता, चम्पावत : 15 साल बाद भी बकोड़ा तक प्रस्तावित मोटर मार्ग का निर्माण न होने से

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Feb 2019 10:17 PM (IST)Updated: Tue, 19 Feb 2019 10:17 PM (IST)
15 साल बाद भी बकोड़ा नहीं पहुंची रोड
15 साल बाद भी बकोड़ा नहीं पहुंची रोड

जागरण संवाददाता, चम्पावत : 15 साल बाद भी बकोड़ा तक प्रस्तावित मोटर मार्ग का निर्माण न होने से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। ग्रामीणों ने जहां कार्यदायी संस्था लोनिवि पर सर्वे में लापरवाही का आरोप लगाते हुए पीएमजीएसवाई से दुबारा सर्वे कराने की मांग की है। ग्रामीणों ने इस बावत कमिश्नर को ज्ञापन भेजकर अपने साथ अन्याय का जवाब देने के लिए आगामी सभी चुनावों के बहिष्कार का एलान किया है।

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गौरतलब है कि मंच बकोड़ा मोटर मार्ग के लिए 2004 में सीएम ने चार करोड़ की धनराशि की घोषणा की थी। लोक निर्माण विभाग को कार्यदायी संस्था नामित किया गया। लोनिवि ने सर्वे कर वन अधिनियम संबंधी आपत्तियों के निस्तारण के लिए कई बार वन विभाग को प्रस्ताव भेजा। मगर हर बार विभाग ने वन आपत्ति लगाकर क्षेत्रीय जनता के साथ छल किया। 15 वर्ष बीत जाने के बाद भी कोई सकारात्मक कार्यवाही न होने से ग्रामीणों में खासा आक्रोश है। बकोड़ा के ग्रामीणों ने मंगलवार को कमिश्नर को ज्ञापन भेजकर बताया कि गांव में सड़क न होने से आज भी मरीजों को

डोली के सहारे ले जाया जा रहा है। गांव से लगातार पलायन हो रहा है। फसल का सही मूल्य नहीं मिल रहा है। रोड तक ढुलान के लिए अतिरिक्त चार्ज देना पड़ रहा है। विद्युत लाइनों में फॉल्ट आने पर कई दिनों में सही होता है। कक्षा आठ पास करने के बाद गांव में कोई व्यवस्था न होने पर बच्चे बाहर व रोजगार के लिए गांव छोड़ के बाहर रह रहे हैं। भूमि बंजर होने लगी है। अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटा होने के कारण अतिसंवेदनशील है। जिससे मादक पादार्थो के साथ मानव तस्करी की आपराधिक घटनाओं से भी इनकार नहीं किया जा सकता। जिससे असुरक्षा का भय बना रहता है। मंच-बकोड़ा मार्ग के लिए 2001 में हुए सर्वे में 250 की जनसंख्या थी। जो अब 2500 से 3000 तक पहुंच गई। यह मार्ग मंच, पंतोला, ढलकनी, मरथोबला प्ीदे से, चौबट्या, स्यूतोला स्कूल से पीछे से, भनकर्खा धार से बसेड़ी होते हुए मथार तोक को सड़क सुविधा से जोड़ना था। मार्ग में अत्यधिक वन भूमि होने के कारण बकोड़ा व मोस्टा तोक नहीं जुड़ पा रहे हैं। ग्रामीणों ने लोनिवि के सर्वे में लापरवाही का आरोप लगाया। ग्रामीणों ने पीएमजीएसवाई को कार्यदायी संस्था नामित कर पुन: सर्वे कराने की मांग की। ऐसा न होने पर ग्रामीणों ने कहा कि वह मोस्टा बकोड़ा पोलिंग बूथ के साथ-साथ क्षेत्र की अन्य बूथों द्वारा आगामी लोक सभा चुनाव व अन्य चुनावों का बहिष्कार किया जाएगा। ज्ञापन भेजने वालों में प्रधान झावा देवी, जोहार सिंह, तेज सिंह, कुंदन सिंह, दिनेश सिंह, बच्चन सिंह, दशरथ सिंह, हिम्मत सिंह, हरीश सिंह, पदम सिंह,कृष्ण सिंह, नाथ सिंह, चंचल सिंह, प्रकाश सिंह, शेर सिंह, उदय सिंह, कमल सिंह, गंगा देवी, जानकी देवी, मुन्नी देवी, बसंती देवी, सुंदन सिंह आदि शामिल रहे।


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