युवाओं ने 36 घंटे में चढ़ी रोनती शडल की पहाड़ी
चमोली जिले के देवाल ब्लॉक स्थित सुदूरवर्ती गांव वाण के युवाओं ने 18 हजार फीट ऊंची ज्यूंरागली होते हुए रोनती शडल की पहाड़ी पर चढ़कर रिकार्ड बनाने का दावा किया है। इस पहाड़ी के दुर्गम रास्तों पर यह टीम 36 घंटे लगातार चली।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: चमोली जिले के देवाल ब्लॉक स्थित सुदूरवर्ती गांव वाण के युवाओं ने 18 हजार फीट ऊंची ज्यूंरागली होते हुए रोनती शडल की पहाड़ी पर चढ़कर रिकार्ड बनाने का दावा किया है। इस पहाड़ी के दुर्गम रास्तों पर यह टीम 36 घंटे लगातार चली।
हिमाचल प्रदेश निवासी अंतरराष्ट्रीय धावक सुनील शर्मा के नेतृत्व में वाण गांव के युवाओं की टीम ने 29 सितंबर को रात एक बजे गांव से यह अभियान शुरू किया था। इसके तहत वह वेदनी बुग्याल, पातर नचौणिया, कैलवा विनायक, भगवा बासा, रूपकुंड, ज्यूंरागली, शिला समुद्र, घ्यू थपौणिया, दुधांग, होमकुंड होते हुए 18 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित नंदा घुंघुटी के बेस रोनती शडल की पहाड़ी पर चढ़कर फिर वापस वाण लौटे। यह क्षेत्र ट्रैकिग के लिए बेहतर माना जाता है। वाण गांव से ज्यूंरागली ट्रैक को आठ से दस दिनों में पूरा किया जा सकता है। इन युवाओं में वाण निवासी भारती (19), कलम सिंह (32)़ उदय सिंह (24), विनोद सिंह (28), कृष्णा सिंह (27) व कुंवर सिंह (32) शामिल थे।
धावक सुनील शर्मा ने बताया कि यह क्षेत्र हाई एल्टीट्यूड में स्थित है, इसलिए यहां पहाड़ियों पर चढ़ना किसी चुनौती से कम नहीं है। फिर भी वाण गांव के युवाओं ने यह कर दिखाया। कहा कि भविष्य में यह लक्ष्य और कम समय में पूरा करने के लिए भारती को प्रशिक्षण के लिए हिमाचल प्रदेश ले जाया जाएगा।