सीएम ने रेस्क्यू कार्य और मुआवजा वितरण को लेकर ली जानकारी
उल्लास उमंग व आपसी सौहार्द के पर्व होली को लेकर सभी में उत्साह रहता है।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने वीसी के जरिये आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक लेते हुए प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए पूरी तैयारी करने के निर्देश दिए। सीएम ने चमोली जिले की आपदा में लापता व्यक्तियों की खोजबीन एवं प्रभावितों में मुआवजा वितरण के संबध में भी जानकारी ली।
वीसी में जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि रैणी और तपोवन में लगातार लापता व्यक्तियों की खोजबीन की जा रही है। तपोवन विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना के मुख्य टनल से 206 मीटर और एसएफटी(सिल्ट फ्लशिंग टनल) से 42 मीटर तक मलबा साफ किया जा चुका है। टनल से अभी तक 16 शव बरामद किए जा चुके हैं। डिसिल्टिग चैंबर में मलबा निकालने, बांड निर्माण, अपस्ट्रीम-डाउनस्ट्रीम पर कांबिग की जा रही है। डीसिल्टिग चैंबर से भी आठ शव बरामद हुए हैं। टनल के भीतर वेंटिलेशन सिस्टम व लाइट आदि की व्यवस्थाएं की गई हैं। बताया कि 205 लापता व्यक्तियों में से अब तक 77 शव और 35 मानव अंग बरामद हुए है। इनमें 41 शवों की शिनाख्त की गई है। 40 मृतकों के स्वजनों को सहायता राशि दी जा चुकी है। बताया कि जिन 40 व्यक्तियों की शिनाख्त हुई है, उनमें से 28 एनटीपीसी के थे। एनटीपीसी ने भी 28 मृतकों में से अब तक तीन व्यक्तियों को मुआवजा दिया है। डीएम ने बताया कि कंपनसेशन कमिश्नर से 18 मार्च को मिली रिपोर्ट में बताया गया है कि ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट कंपनी की ओर से भी पांच व्यक्तियों की मुआवजा धनराशि उनके पास जमा करा दी गई है। बताया कि आपदा में लापता व्यक्तियों को मृत घोषित करने के लिए शासन की ओर से जारी प्रक्रिया के अनुरूप जरूरी दस्तावेज एकत्र करने के बाद छह व्यक्तियों के प्रारंभिक आदेश जारी किए जा चुके हैं। अन्य 28 प्रकरणों में दस्तावेज लगभग तैयार हो चुके हैं। शीघ्र ही उनके लिए भी प्रारंभिक आदेश जारी कर दिए जाएंगे। डीएम ने भंग्यूल में लॉकब्रिज तैयार होने की भी जानकारी दी। बताया कि जुग्जू में भी लॉकब्रिज निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। जुआग्वाड़ में ग्रामीणों की मांग पर पुल निर्माण के लिए शासन से स्वीकृत मिल गई है। बताया कि एनडीएमए की टीम की ओर से झील के संबध में निरीक्षण किया जा रहा है।