वेदनीकुंड पहुंची नंदा लोकजात यात्रा
संवाद सूत्र, देवाल : सिद्धपीठ कुरूड़ से चली नंदा लोकजातयात्रा रविवार 13500 फीट की ऊंचाई पर स्थि्
संवाद सूत्र, देवाल : सिद्धपीठ कुरूड़ से चली नंदा लोकजातयात्रा रविवार 13500 फीट की ऊंचाई पर स्थित पवित्र वेदनीकुंड में विधि-विधान से परिक्रमा व पूजन के बाद संपन्न हो गई। इस अवसर पर तीन हजार से अधिक पैदल यात्रियों ने पवित्र वेदनी कुंड में आस्था की डुबकी कर पूजन कर क्षेत्र की खुशहाली की कामना मां नंदा से की। सांय नंदा की डोली बांक गांव पहुंचाया।
देवी के जयकारों के साथ रविवार ब्रह्म मुहुर्त में नंदा लोकजात यात्रा अपने 18वें निर्जन पड़ाव गैरोलीपातल से लाटू देवता की अगुवाई में देवी पश्वाओं के साथ वांण गांव के ग्रामीणों ने डोली को वेदनी कुंड तक पहुंचाया, मां नंदा की डोली ने कुंड की तीन बार परिक्रमा कर स्नान आदि का विधान पूरा किया इसके उपरांत नंदा लोकजात यात्रा को पंडित उमेश चंद्र व रमेश चंद्र कुनियाल ने पूजा-पाठ कर हवन-यज्ञ कर यात्रा अभिषेक किया। इस दौरान मौजूद श्रद्धालुओं ने राजराजेश्वरी मां नंदा के जयकारों व भजन-कीर्तन से माहौल भक्तिमय बनाया। परंपरा के अनुसार वेदनीकुंड में देवी की डोली को नंदाकुंड चौक पर दो घंटे पर श्रद्धालुओं के दर्शनों को रखा गया, जहां कनोल, सुतोल, पेरी, बांक, कुलिंग, पिनाऊं, हिमनी, घेस, बेहतरा गांवों से पहुंचे देवीभक्तों ने मां नंदा की पूजा कर आशीर्वाद लिया और यात्रा के संपन्न होने पर श्रद्धालु ब्रह्मकमल को प्रसाद के रूप में लेकर वापस पहुंचे। इस दौरान यात्रा पर पहुंचे तीर्थ यात्रियों ने पितृ मोक्ष के लिए पितरों के लिए तर्पण व हवन यज्ञ भी किया। 11 बजे पूर्वाह्न नंदा की डोली को वापस बांक गांव लाया गया। सोमवार को नंदा की डोली मुंदोली, बगडीगाड़ से रात्रि विश्राम के लिए ल्वांणी पहुंचेगा।