घायल हिरन का शिकार, जांच टीम गांव में पहुंची
संवाद सहयोगी गोपेश्वर मजदूरों और नदी से हिरन को बचाकर उसे जंगल में छोड़ने के मामले म
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: मजदूरों और नदी से हिरन को बचाकर उसे जंगल में छोड़ने के मामले में नया मोड़ आ गया है। बताया गया कि कुछ लोगों ने हिरन को शिकार के इरादे से मारने की कोशिश की थी। शिकायत के बाद वन विभाग की टीम आला जोखना गांव में गई है। वनकर्मी मामले में जांच कर कार्रवाई में जुटे हैं। हालांकि अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
सात मार्च को घाट विकास खंड के सितेल इंटर कालेज के निकट एक हिरन जंगल से आबादी की ओर आ गया था। यहां पर पुल निर्माण का कार्य कर रहे मजदूरों ने तब इसे मारने की कोशिश की। मजदूरों से बचते हुए हिरन नदी में कूद गया था। जहां पर इंटर कालेज के कर्मचारी संदीप रावत व प्रधानाचार्य दिगंबर सिंह ने पहले मजदूरों और बाद में नदी से हिरन को बचाकर सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया था। यह हिरन घायलावस्था में था। बताया गया कि हिरन उस दिन से विद्यालय के निकटवर्ती आला जोखना गांव के जंगल में विचरण कर रहा था। ग्रामीणों ने वन विभाग से शिकायत की है कि यह घायल हिरन फिर आबादी की ओर आया तो ग्रामीणों ने उसे मारकर शिकार कर दिया। बताया गया कि कुछ ग्रामीणों ने इसकी शिकायत वन विभाग से की है। बदरीनाथ वन प्रभाग के चमोली रेंज अधिकारी जुगल चौहान ने बताया कि शिकायत के बाद वन दरोगा होरी लाल के नेतृत्व में वनकर्मियों की टीम गांव में भेजी गई है। उन्होंने बताया कि मामले में जांच की जा रही है। कहा कि वह स्वयं रविवार को मौके पर जाकर पूछताछ भी करेंगे।