भेंकलताल व ब्रह्मंताल पर्यटकों से गुलजार
संवाद सूत्र, देवाल/कर्णप्रयाग: सीमांत चमोली जनपद के कुमाऊं सीमा से सटे पर्यटक व तीर्थस्थलों पर
संवाद सूत्र, देवाल/कर्णप्रयाग: सीमांत चमोली जनपद के कुमाऊं सीमा से सटे पर्यटक व तीर्थस्थलों पर नये साल के स्वागत के लिए देश-विदेश के सैलानियों का कड़ाके की ठंड में उत्साह देखते ही बन रहा है। ग्वालदम, आदिबदरीधाम, देवाल के ब्रहमताल, भेकलताल व सुपताल जमकर हिमपात हुआ है। पहाड़ियां बर्फ से ढ़की हुई हैं। हैदराबाद, चिन्नई और बंगाल से बड़ी संख्या में पर्यटक नये साल का जश्न मनाने पहुंच रहे हैं।
हाईकोर्ट ने बुग्यालों में रात्रि विश्राम पर प्रतिबंध लगा रखा है, जिसे देखते हुए वन विभाग पूरी तरह मुस्तैद दिखाई दे रहा है। देशी-विदेशी पर्यटक वैसे तो साल भर ही ऐतिहासिक रूपकुंड के अलावा आलीबगजी बुग्याल के दीदार को पहुंचते हैं, लेकिन नये साल की वजह से और ज्यादा पर्यटक आ रहे हैं। सप्ताह भर से पहले ही बुग्यालों में बर्फ को देखने पर्यटक पहुंचने लगे थे, जिससे स्थानीय लोगों में उत्साह बना है, लेकिन वन विभाग की ओर से पर्यटकों को बुग्याल से एक किमी पहले ही रुकने की हिदायत दी जा रही है। पर्यटकों को स्वच्छता के प्रति भी जागरूक किया जा रहा है। पर्यटकों की आमद से देवाल के भेंकलताल, सुपताल और ब्रह्मताल में रौनक बनी है। अब तक 500 देशी-विदेशी पर्यटक नये साल की जश्न की तैयारियों को लेकर पहुंचे हैं। देवाल लोहाजंग के व्यापारी इंद्र सिंह और खडक सिंह कहते हैं पर्यटकों ने सप्ताहभर पूर्व यहां होटलों में कमरों की बुकिंग करा ली थी। इसी तरह, संगमस्थली कर्णप्रयाग, औली व जोशीमठ में रोपवे जाने वालों की आमद बढ़ जाने से होटल फुल हो गए हैं।
एक रेस्टोरेंट के मालिक रामकृष्ण भट्ट ने बताया कि नये साल के स्वागत के लिए इस बार विभिन्न प्रदेशों से पिछले वर्ष की तुलना में इस साल ज्यादा पर्यटक पहुंचे हैं, जो बारहमासी पर्यटन की संभावना को बढ़ा रहा हैं। कहा कि सरकार को आदिबदरी धाम सहित तीर्थ व पर्यटक स्थल बेनीताल, बधाणगढ़ी में भी पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधाओं को मुहैया कराना चाहिए। देवाल क्षेत्र के भेंकलताल और ब्रह्मताल में पांच सौ से ज्यादा पर्यटक आए हुए हैं। पर्यटकों को टैंट बुग्याल से एक किलोमीटर लगाने को ही कहा गया है। पॉलीथिन भी अपने साथ ही ले जाना सुनिश्चित करना होगा।
टीएस बिष्ट, वन क्षेत्राधिकारी देवाल रेंज -फोटो-31केपीआरपी- 1 देवाल के सुपताल व ब्रह्मताल पैदल टै्रकिंग कर पहुंच रहे पर्यटक। जागरण
-फोटो-31केपीआरपी-2 बुग्यालों में रात्रि विश्राम के हाईकोर्ट के आदेश के बाद वन विभाग सजग हो गया है और पर्यावरणीय जैवविविधता प्रभावित न हो इसके लिए पहुंचने वाले पर्यटकों को एक किमी पहले टैंट लगाने की हिदायत दी गई है। जागरण