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हल्द्वानी,,,सिटी,,सादगी से खुले क्षेत्रपाल घंटाकर्ण मंदिर के कपाट

संवाद सहयोगी गोपेश्वर श्री बदरीनाथ धाम के क्षेत्रपाल व प्रधान रक्षक श्री घंटाकर्ण जी महाराज के

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Jun 2021 06:20 PM (IST)Updated: Tue, 15 Jun 2021 06:20 PM (IST)
हल्द्वानी,,,सिटी,,सादगी से खुले क्षेत्रपाल घंटाकर्ण मंदिर के कपाट
हल्द्वानी,,,सिटी,,सादगी से खुले क्षेत्रपाल घंटाकर्ण मंदिर के कपाट

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: श्री बदरीनाथ धाम के क्षेत्रपाल व प्रधान रक्षक श्री घंटाकर्ण जी महाराज के सीमांत ग्राम माणा स्थित मंदिर के कपाट मंगलवार को विधिविधान से धार्मिक अनुष्ठान के पश्चात ज्येष्ठ माह संक्रांति को खुल गए।

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कपाटोद्घाटन के अवसर पर मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया था। हर वर्ष श्री घंटाकर्ण महाराज जी के कपाट ज्येष्ठ संक्रांति के दिन खुलते हैं। इसी दिन से माणा ग्राम में ज्येष्ठ पुजै नाम से तीन दिवसीय उत्सव शुरू हो जाता है। उल्लासपूर्वक मनाए जाने वाले इस पर्व पर देश-विदेश से भी श्रद्धालु पहुंचते हैं। विगत वर्ष से कोरोना महामारी के कारण सादे समारोह में भगवान घंटाकर्ण महाराज जी के कपाट खुल रहे हैं। इस बार भी सादगीपूर्वक श्री घंटाकर्ण महाराज जी के मंदिर के कपाट खोले गए। कपाट खुलने के अवसर पर सभी के कल्याण एवं आरोग्यता की कामना की गई। कोरोना महामारी से सभी लोग सुरक्षित रहें, यह प्रार्थना की गई। प्रात: श्री घंटाकर्ण जी के पश्वा आशीष कनखोली विधि-विधान पर्वक श्री घंटाकर्ण महाराज जी की मूर्ति को एकांत वास के गुफास्थल से माणा गांव के मंदिर तक लाए तथा पूजा-अर्चना पश्चात मूर्ति को मंदिर में स्थापित किया गया। अब छह माह श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुले रहने तक श्री घंटाकर्ण जी महाराज की पूजा-अर्चना माणा गांव के लोग करेंगे। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के आसपास माणा गांव स्थित श्री घंटाकर्ण मंदिर के कपाट भी बंद हो जाते हैं तथा श्री घंटाकर्ण महाराज की मूर्ति को पश्वा की ओर से अज्ञात गुफा स्थित मंदिर में विराजमान कर दिया जाता है। जिस स्थल पर मूर्ति रखी जाती है, उसका पता केवल पश्वा को ही रहता है।

इस मौके पर माणा के प्रधान पीतांबर मोल्फा, देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, राजेंद्र कनखोली, मानसिंह मोल्फा पंकज बड़वाल आदि मौजूद थे।


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