निर्दलीय समर्थकों का हंगामा, डीएम बेबस
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: नगर पंचायत पोखरी में अध्यक्ष पद का परिणाम घोषित न किए जाने से आक्रोि
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: नगर पंचायत पोखरी में अध्यक्ष पद का परिणाम घोषित न किए जाने से आक्रोशित निर्दलीय प्रत्याशी लक्ष्मी प्रसाद पंत और उनके समर्थकों ने जिलाधिकारी के कक्ष में जमकर हंगामा किया। उनका कहना था कि प्रशासन दोहरा मापदंड अपनाकर जनादेश का अपमान कर रहा है। हंगामा कर रहे समर्थकों को जिलाधिकारी स्वाति एस. भदोरिया ने समझाने का प्रयास भी किया। लेकिन जब वे नहीं माने तो जिलाधिकारी बेबस हो गई और कुर्सी से उठ गई और कहा कि आप यहां बैठें और खुद निर्णय कर लें।
पोखरी नगर पंचायत के अध्यक्ष पद पर पीठासीन अधिकारी के हस्ताक्षर न होने के चलते निरस्त किए गए मतपत्रों को अगर गिनती में लाया जाता तो निर्दलीय प्रत्याशी लक्ष्मी प्रसाद पंत के जीतने की उम्मीद थी। पंत और उनके समर्थकों ने जिलाधिकारी के समक्ष पोखरी नगर पंचायत अध्यक्ष के मामले में वर्तमान मतपत्रों के आधार पर ही निर्णय देने की मांग की। उनका कहना था कि गलती अधिकारियों की है, तो इसका खामियाजा जनता क्यों भुगते। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव रोककर प्रशासन जनभावनाओं का अनादर कर रही है। जिलाधिकारी के समझाने के बाद भी जब लोग शांत नहीं हुए तो डीएम कुर्सी से उठ गई और कहा कि वह नियमों से बंधी हैं। आयोग को मैंने पूरा मामला भेज दिया है। कागज दिखाते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने वस्तुस्थिति को आयोग के सामने रख दिया है, जिसमें निर्णय देने को कहा है। उन्होंने कहा कि आइएएस की नौकरी मेहनत से मिलती है। मैं नियमों से बाहर जाकर कोई कार्य नहीं कर सकती। डीएम ने हंगामा कर रहे लक्ष्मी प्रसाद पंत समर्थक से कहा कि मेरी कुर्सी पर बैठें और फिर निर्णय कर लें। पोखरी में अध्यक्ष पद के निर्दलीय प्रत्याशी लक्ष्मी प्रसाद पंत ने जिला प्रशासन से न्यायालय जाने की बात भी कही।
यहां भी हुई यही गलती
नगर पंचायत पोखरी के वार्ड संख्या चार गुनियाला बूथ में भी अध्यक्ष व सभासद के 63 मतपत्रों में पीठासीन अधिकारी की मुहर व हस्ताक्षर नहीं पाए गए। हालांकि मतगणना के दौरान इन मतपत्रों को अवैध घोषित कर वार्ड का परिणाम घोषित कर दिया गया।