ग्वालदम हाईवे पर गिर रहे पत्थर
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: तीन दिन से लगातार हो रही क्षेत्र में बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: तीन दिन से लगातार हो रही क्षेत्र में बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। बारिश के चलते बदरीनाथ-चमोली राजमार्ग समेत कर्णप्रयाग- ग्वालदम मार्गो पर हो रही बारिश के चलते रविवार को मलबा व पत्थरों के गिरने से आवाजाही प्रभावित रही।
नारायणबगड़-किमोली-भगोती मोटर मार्ग पर बने खड्डे जहां दुर्घटना को न्यौता दे रहे हैं वहीं नारायणबगड़-ग्वालदम, गैरसैंण- रानीखेत मोटर मार्गो पर रुक-रुक कर मलबा पत्थर गिरने का क्रम जारी है। इससे वाहनों का आवागमन आज भी जोखिमभरा है। इसी तरह ग्रामीण मोटर मार्गो पर बारिश के चलते जगह-जगह भूस्खलन, दीवारों के क्षतिग्रस्त होने से डिम्मर-टटासू-सिमली सैंण, सुमल्टा-केलापानी, मोणा मोटर मार्गो पर आवाजाही प्रभावित रही।
तहसील के अंतर्गत सबसे खराब स्थिति कर्णप्रयाग-नैनीसैंण , सिमली-शैलेश्वर के शुरूआती हिस्से में नालियों की निकासी, स्कवर बंद होने की शिकायत क्षेत्रवासी लोनिवि से करते रहे, लेकिन इस ओर ध्यान नही दिया गया। कमोबेश यही स्थिति विकासखंड कर्णप्रयाग के सोनला- सिलंगी-मैखुरा, धारडुंग्री-मैखुरा, बगोली- कोटी, डिम्मर-सैंण, सिमली-शैलेश्वर, बडेथ- पिंडवाली, सेमी-मासों, उमट्टा- मोणा आदि मोटर मार्गो पर भी मलबा आने से आवागमन प्रभावित हो गया है जबकि नगर क्षेत्र के कर्णप्रयाग-सिमली मोटर मार्ग के शुरूआती हिस्से पर पहाड़ी से गिर रहे पत्थरों से पैदल आवाजाही सहित वाहनों को खतरा बना हुआ है मुख्य बाजार से सुभाष नगर जाने वाले मार्ग पर मस्जिद व हनुमान मंदिर की पहाड़ी से रुक-रुक कर गिर रहे पत्थरों के साथ भूस्खलन का खतरा बना है वहीं सिमली-कर्णप्रयाग के मध्य जखेड़ के समीप राजमार्ग के धंस जाने व पहाड़ी से बिजली के पोल हवा में झूलने से वाहनों की आवाजाही को हर समय खतरा बना है। वहीं सिमली में टटासू-सैंण, रयाल-बांगडी-केलापानी-सुमल्टा मोटर मार्ग पर जगह-जगह पुश्ते टूटने से जानजोखिम में डालकर वाहन संचालित हो रहे हैं।
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भूधंसाव से कर्णप्रयाग-ग्वालदम राजमार्ग जखेड़ के समीप क्षतिग्रस्त। जागरण
-फोटो-23केपीआरपी-4 सिमली-कर्णप्रयाग-ग्वालदम मार्ग पर पहाड़ी से हो रहा भूस्खलन। जागरण