भू स्वामियों को मुआवजे का इंतजार
संवाद सूत्र कर्णप्रयाग कर्णप्रयाग- ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग चौड़ीकरण कार्य के दौरान भूस्वामिया
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: कर्णप्रयाग- ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग चौड़ीकरण कार्य के दौरान भूस्वामियों की अधिग्रहित भूमि कामुआवजा वितरण से पूर्व राजस्व व सड़क निर्माण कार्य कर रही बीआरओ के मध्य दस्तावेज आदान-प्रदान में व्यय होने वाली राशि प्रक्रिया पूरी होने में हो रहे विलंब से प्रभावित भूस्वामी भूमि के मुआवजा राशि के इंतजार करते थक चुके हैं, लेकिन उन्हें प्रतिकर का भुगतान नहीं हो सका है।
बीते लंबे समय से कुमाऊं मंडल को जोड़ने वाले सिमली-ग्वालदम राजमार्ग पर 66-आरसीसी गौचर की ओर से चौड़ीकरण कार्य के दौरान अधिग्रहित की गई भूमि के लिए भूस्वामियों की ओर से मांग की जा रही थी। बीआरओ अधिकारियों की मानें तो उक्त राजमार्ग से लगे आधा दर्जन से अधिक गांवों के 100 से अधिक परिवारों की सात हेक्टेयर से अधिक भूमि व भवन सहित अन्य निर्माण सड़क कटिंग की जद में आने की संभावना थी जिसके लिए शासन से 40 करोड़ से अधिक का इस्टीमेट तैयार कर शासन को भेजा गया था। अब चौड़ीकरण निर्माण कार्य कर रहे बीआरओ ने खातेधारकों की भूमि संबधी दस्तावेज के लिए राजस्व मद में विभिन्न सरकारी प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए उपलब्ध 1 करोड़ 96 लाख रुपये की राशि जमा कर दी गई है। इसके उपरांत दूसरे चरण में भूमि संबधी हस्तांतरण की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी और भू-अभिलेख शासन को भेजने के बाद मुआवजा राशि का वितरण होगा।
उधर ग्रामीणों का आरोप है कि हस्तांतरण प्रक्रिया बेहद धीमी होने से आवंटित होने वाली राशि में देरी हो रही है। ग्रामीण राजेंद्र प्रसाद कहते हैं कि सिमली-ग्वालदम मोटर मार्ग के चौड़ीकरण के तहत मठोली गांव में नापभूमि का मुआवजा काश्तकारों को न दिए जाने पर ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए पत्राचार कर मांग रखी थी कि 2010 में सिमली बैंड से बगोली मोटर मार्ग के चौड़ीकरण के तहत मठोली गांव के काश्तकारों की कई नाली नापभूमि बीआरओ द्वारा काटी गई लेकिन आज तक प्रभावितों को भूमि का प्रतिकर नहीं दिया जा सका है। प्रभावित राजेन्द्र प्रसाद, गोपाल सिंह, राजेन्द्र जुयाल, बलवंत सिंह, मुकेश कुमार ने कहा कि मार्ग के चौड़ा होने से आवागमन में सुविधा होगी लेकिन आज भी कई स्थानों पर नालियों का निर्माण अधूरा है। शासन की ओर से अवमुक्त राशि राजस्व विभाग को अदा करने के उपरांत शीघ्र ही प्रशासन के साथ हस्तांतरण प्रक्रिया में तेजी लाते हुए भूमि संबधी पत्राचार पूर्ण किए जाएंगे, जिससे जल्द से जल्द मुआवजा राशि प्रभावित काश्तकारों को मिल सके।
नागेंद्र कुमार, कमान अधिकारी 66आरसीसी, गौचर