संस्कृत व भूगोल विषय भी पढ़ पाएंगे छात्र-छात्राएं
सीमांत क्षेत्र जोशीमठ के राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं की एक बड़ी मुराद पूरी हो गई है।
संवाद सूत्र, जोशीमठ: सीमांत क्षेत्र जोशीमठ के राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं की एक बड़ी मुराद पूरी हो गई है। कॉलेज में अब भूगोल और संस्कृत विषय भी पढ़ने को मिलेंगे। जो अभी तक संभव नहीं था। साथ ही विज्ञान संकाय में कंप्यूटर साइंस जैसा नया विषय भी छात्रों को एक विकल्प के तौर पर उपलब्ध रहेगा।
हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में कंप्यूटर साइंस के सीनियर प्रोफेसर डॉ. मनमोहन सिंह रौथाण के नेतृत्व में विषय विशेषज्ञों के पैनल ने महाविद्यालय का किया गया। प्रो. रौथाण के साथ टीम में गढ़वाल विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के सीनियर प्रो. प्रो. बीपी. नैथानी, राजकीय महाविद्यालय घाट चमोली के प्राचार्य प्रो.केएन. बरमोला और राजकीय पीजी कॉलेज कर्णप्रयाग में संस्कृत विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. चंद्रवती टम्टा और लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता धन सिंह रावत भी शामिल थे। महाविद्यालय जोशीमठ में नवनियुक्त प्राचार्य प्रो.विश्वनाथ खाली ने पैनल का स्वागत किया और दल के साथ पुस्तकालय, विज्ञान भवन, कंप्यूटर साइंस विभाग व प्रयोगशाला, भूगोल विभाग व प्रयोगशाला और संस्कृत विभाग का निरीक्षण किया। पैनल ने यहां मौजूद संसाधनों पर संतुष्टि जाहिर की। साथ ही भरोसा दिलाया कि जल्द ही अहम विषयों को जोशीमठ राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालययहां में शुरू किया जाएगा।