नंदा पाती पर नौटी में की नंदा वन की स्थापना
नंदा पाती के अवसर पर क्षेत्र के भगवती नंदा देवी मंदिरों में पूजा-अर्चना की गई।
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग :
नंदा पाती के अवसर पर क्षेत्र के भगवती नंदा देवी मंदिरों में पूजा-अर्चना की गई। इस दौरान ध्याणियां (गांव की महिलाओं) ने नंदा को नए अनाज का भोग लगाया। कोरोना संक्रमण की वजह से सीमित तरीके से पूजन कार्यक्रम संपन्न हुए। इस मौके पर वन विभाग ने नौटी वन पंचायत में नंदा वन की स्थापना की। इस दौरान गांव की 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला सतेश्वरी देवी ने पौधरोपण किया। ग्रामीणों ने तिलोज, देवदार, रिगाल, चारापत्ती, आंवला आदि के 100 पौधे रोपित कर उनकी सुरक्षा का संकल्प लिया।
वन पंचायत नौटी के सरपंच पवन रावत ने कहा नंदा देवी उत्तराखंड की अराध्य देवी हैं और नंदाजात का आरंभ नौटी से होता है। ऐसे में नंदा पाती का विशेष धार्मिक महत्व है। एडीओ उद्यान सौरभ भट्ट ने वन पंचायत को पौधे वितरित कर नंदा वन स्थापित करने की परंपरा को जैव विविधता
संरक्षण के लिए लाभदायक बताया।
कार्यक्रम में पूर्व कनिष्ठ प्रमुख सुभाष रावत, विनोद लाल, गणेश नौटियाल, रीना नौटियाल, अरूण मैठाणी, सुभाष नौटियाल आदि मौजूद थे।
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पनाई सेरा में भक्तों ने की देवी की पूजा
संवाद सूत्र, गौचर : नगर क्षेत्र गौचर के सात गांवों की अराध्य मां कालिंका देवी का महोत्सव पनाई सेरा में संपन्न हो गया। कोरोना संक्रमण के चलते इस बार एक दिवसीय महोत्सव आयोजित किया गया। जबकि, पूर्व में प्रतिवर्ष भादौ मास की अष्टमी पर तीन दिवसीय महोत्सव आयोजित किया जाता था। गुरुवार को देवी मंदिर पनाई सेरा में सात गांवों की मंदिर समिति ने पंडितों के माध्यम से एक दिवसीय देवी पूजन का कार्यक्रम रखा। देवी को मायके लाने वाले भूमियाल देवता की रावल मंदिर में पूजा अर्चना रावल की गई। क्षेत्रवासियों व ससुराल के देवी मंदिर भट्टनगर में सीमित संख्या में ग्रामीणों ने पूजन में भाग लिया और देवी से क्षेत्र की खुशहाली की कामना की। इस मौके पर उमराव सिंह, नरेन्द्र सिंह, बलवंत सिंह, महेन्द्र बिष्ट, रघुनाथ बिष्ट, भीम सिंह, जयपाल सिंह, सुरेन्द्र सिंह, बंशीधर शैली, गिरीश जोशी, आशीष शैली व सुरेन्द्र सिंह आदि मौजूद रहे।