संक्रमण की रफ्तार बढ़ी, सैंपल जांच की गति धीमी
चमोली जनपद की शांतवादियों में कोरोना संक्रमण निरंतर बढ़ता जा रहा है। 18 मई को जिले में पहले संक्रमित व्यक्ति की पहचान हुई थी। अब संक्रमितों का आंकड़ा सात से ऊपर पहुंच गया है। जिला प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार शनिवार तक कुल 17092 प्रवासियों की घर वापसी हुई।
संवाद सूत्र, गैरसैंण : चमोली जनपद की शांतवादियों में कोरोना संक्रमण निरंतर बढ़ता जा रहा है। 18 मई को जिले में पहले संक्रमित व्यक्ति की पहचान हुई थी। अब संक्रमितों का आंकड़ा सात से ऊपर पहुंच गया है। जिला प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार शनिवार तक कुल 17092 प्रवासियों की घर वापसी हुई। जिसमें तीन मई के बाद पहाड़ लौटने वाले प्रवासी शामिल है। इससे पूर्व लॉकडाउन के पहले, दूसरे चरण में कितने लोग किन प्रदेशों से अपने गांव लौटे इसकी जानकारी किसी को नहीं है।
जनपद चमोली में पहला संक्रमित व्यक्ति गैरसैंण के पजियाणा गांव निवासी 31 वर्षीय युवक 15 मई को दिल्ली गुड़गांव सीमा के कप्पूखेड़ा कस्बे से परिवार सहित लौटा था। ग्राम पंचायत द्वारा गांव के प्राथमिक स्कूल में प्रवासी के स्वजनों के साथ क्वारंटाइन किया गया। जहां 12 अन्य ग्रामीणों को आइसोलेट किया गया था। 17 मई को उक्त युवक का कोरोना सैंपल जांच के लिए मेडिकल कॉलेज श्रीनगर भेजा गया जो पॉजिटिव पाया गया। 18 मई को जिला कोविड-19 सेंटर गोपेश्वर में युवक को भर्ती किया गया। पजियाणा के सभी शेष प्रवासियों को जीएमवीएन गेस्ट हाऊस गैरसैंण में शिफ्ट किया गया। लेकिन संक्रमित व्यक्ति के साथ लंबे समय से रह रहे अन्य लोगों का तत्काल सैंपल नहीं भेजा गया। 22 मई को जीएमवीएन में आइसोलेट प्रवासियों के सैंपल भेजे गए जिसमें से तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। 15 प्रवासियों की रिपोर्ट अभी आनी शेष है।
जनपद में जांच की स्थिति को देखा जाए तो प्रशासन की सक्रियता औसत से कम नजर आती है। शनिवार तक 138 प्रवासियों के सैंपल भेजे गए। जो घर वापस आने वाले 17092 प्रवासियों के मात्र 0.81 फीसद से कम है। यही हाल होम क्वारंटाइन किए गए प्रवासियों का है। अपने घरों में क्वारंटाइन 10312 प्रवासियों में से मात्र 792 की स्वास्थ्य जांच की जा सकी है जो आठ प्रतिशत से कम है।