पनाई व बमोथ नहरों से पानी गायब, काश्तकार परेशान
संवाद सूत्र, गौचर : भले ही सरकार किसानों की आय दोगुना करने की बात कर रहो, लेकिन ग्रामीण अंचल
संवाद सूत्र, गौचर : भले ही सरकार किसानों की आय दोगुना करने की बात कर रहो, लेकिन ग्रामीण अंचल में ग्रामीण खेतों के लिए सिंचाई नहर से पानी न मिलने से आसमान की तरफ टकटकी लगाए बारिश का इंतजार कर रहे हैं।
साठ के दशक में बनी गौचर-पनाई तथा पोखरी विकासखंड के बमोथ गांव के सिंचाई नहरों की हालत खस्ता है। काश्तकारों को नहर से पानी नसीब नहीं हो रहा है। सिंचाई विभाग की उदासीनता के चलते पनाई नहर पर पानी आपूर्ति सुचारू नही हो पा रही है। वहीं दूसरी ओर तीन हजार नाली कृषि भूमि को सिंचित करने को बनी सिंचाई विभाग की बमोथ नहर छह माह से बंद है। स्थानीय ग्रामीणों ने कई बार बंद नहर पर पानी सुचारू करने को आंदोलन के साथ लिखित रूप से विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया। बावजूद इसके स्थिति जस की तस है। बमोथ नहर कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त होने से पानी खेतों तक नही पहुंच रहा है। वहीं नहर के किनारे झाड़ियां उगने से किसानों का चलना मुश्किल हो गया है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि नहर की देखरेख को बेलदार की तैनाती की गई है। नहर की हालत देख विभागीय दावा हवाई साबित हो रहा है। इन दिनों गेहूं की बुआई को पानी की आवश्यकता है। नहर में जमा मलबा पानी आपूर्ति करने में परेशानी खड़ी कर रहा है। ग्राम प्रधान प्रकाश रावत, प्रदीप लखेड़ा सहित ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि समय रहते सिंचाई विभाग नहर मरम्मत व सफाई व्यवस्था नहीं की तो विभागीय अधिकारियों का घेराव किया जाएगा। सिंचाई विभाग के अवर अभियंता राहुल नेगी ने बताया कि एक-दो दिन में कार्य शुरू कर व्यवस्था सुचारू कर दी जाएगी।