हादसों को न्यौता दे रहा ऋषिकेश-बदरीनाथ मार्ग
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग : वर्षाकाल से पूर्व एनएच के हवाले हुई ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमा
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग : वर्षाकाल से पूर्व एनएच के हवाले हुई ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग जगह-जगह-जगह गढ्डों में तब्दील हो रही है। बावजूद इसके विभाग लापरवाह बना हुआ है। क्षेत्रीय जनता ने इस संबंध में एनएच को ज्ञापन भेजकर राजमार्ग की मरम्मत की मांग की है।
पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मुकेश नेगी, सुनील पंवार, हरीश नैनवाल, आशीष मैखुरी ने कहा किगौचर-कर्णप्रयाग के मध्य चट्टवापीपल, जलेश्वर के समीप बैरियर टूटने से बीते छह माह में हुए हादसों में आधा दर्जन लोग मौत के ग्रास बन चुके हैं। गौरतलब है कि राजमार्ग के देखरेख का जिम्मा सीमा सड़क संगठन से हटाकर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को एक वर्ष पूर्व सौंपा गया। तब से आज तक इस पर सुधारीकरण कार्य प्रारंभ नहीं हुआ। रतूड़ा से कर्णप्रयाग के मध्य कई स्थानों पर सड़क गढ्डों में तब्दील होकर दुर्घटनाओं को न्यौता दे रही है। शिवांनदी व घोलतीर के मध्य भूस्खलित क्षेत्र में लगातार पहाड़ी से गिर रहे पत्थर खतरे का सबब बने हैं। एनएच की ओर से रास्ते में पड़े पत्थरों को हटाने का प्रयास नहीं किया गया। जिससे यहां दुर्घटना की संभावनाओं का इंकार नहीं किया जा सकता। कमेडा पंप के समीप भी डामरीकरण का एक हिस्सा भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हालत में है। जबकि गौचर में पुराने स्टेट बैंक के समीप सड़क पर बने गढ्डे यहां दोपहिया वाहनों का निकलना दूभर बना है। चट्टवापीपल-डाकपुलिया के समीप भी राजमार्ग बुरी स्थिति में है यहां हाल में बने डाटपुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इसी मार्ग से होकर प्रदेश के मंत्री व जबावदेह अधिकारी गुजरते हैं। बावजूद इसके विभागीय अधिकारी और सत्ता में बैठे लोग इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं।